Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    75 Years of Independence: खबर सुनते ही गांव की गलियों में घूम-घूमकर लगाए थे आजादी के नारे

    By Ravi MishraEdited By:
    Updated: Sun, 14 Aug 2022 03:43 PM (IST)

    75 Years of Independence आजादी की खबर मिलते ही गांवों की गलियों में घूम घूम कर आजादी की नारे लगाए थे। क्योंकि अंग्रेज अफसर आजादी के नारे लगाने वालों काे प्रताड़ित करते थे। घरवालों ने मिठाई को भी पूरे गांव में बांटकर खुशी मनाई।

    Hero Image
    75 Years of Independence: खबर सुनते ही गांव की गलियों में घूम-घूमकर लगाए थे आजादी के नारे

    बरेली, जागरण संवाददाता। 75 Years Of Independence : जब देश आजाद हुआ तब मैं नौ वर्ष का था। जब पता चला देश आजाद हो गया है, तब पूरे गांव में घूम घूम कर आजादी के नारे लगाए। क्योंकि उससे पहले आजादी के नारे लगाने वालों को अंग्रेज अफसर (British Officer) प्रताड़ित करते थे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    आजादी के समय घरवालों ने मिठाई को भी पूरे गांव में बांटकर खुशी मनाई। यह कहना है चितूपुरा मजरा भगवानपुर धिमरी के 84 वर्ष के प्रताप सिंह पटेल का। 15 अगस्त 1947 को गांवों से बरेली आने वाले लोगों को पता हुआ था कि देश आजाद हो गया है।

    रेडियो (Radio) पर एक दिन पहले उद्घघोषणा की गई थी कि पंडित जवाहरलाल नेहरू लाल (Pt Jawahar Lal Nehru) किला पर तिरंगा फहराएंगे। वह बताते हैं कि घर में बताया गया था कि अब देश आजाद हो गया है और अब अंग्रेजों की प्रताड़ना भी नहीं होगी।

    लोग खुलकर जीते सकेंगे। उन्हें प्रताड़ित नहीं किया जाएगा। इस वजह से लोगों में बहुत खुशी का माहौल था। बोले, उस समय गांवों में लड्डू और मिठाई बहुत कम ही मिल पाते थे। इस वजह से जिसके पास जो था उसने वही खिलाया। बड़ा़ें से लेकर बच्चों तक सभी में भरपूर उत्साह था।

    बच्चों की टोली में शामिल होकर हम लोग गांव की गलियों में भारत माता (Bharat Mata) की जय के नारे लगाते हुए घूम रहे थे। चारों ओर खुशी का माहौल था। अंग्रेजी हुकूमत (British Government) की याद करते हुए कहते हैं कि उस समय लोगों को बहुत ही डराया और धमकाया जाता था, प्रताड़ित किया जाता था। इससे लोग डरे सहमे रहते थे।