Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बरेली उपद्रव मामले में 29 भेजे गए जेल, पुलिस का वायरलेस लूटकर फरार होने वाला नदीम खां भी ग‍िरफ्तार

    Updated: Mon, 29 Sep 2025 09:34 PM (IST)

    बरेली में उपद्रव के मामले में आईएमसी जिलाध्यक्ष नदीम खां की भूमिका सामने आई है जिसने भीड़ जुटाकर पुलिस से वायरलेस छीना था। पुलिस ने उसे और जफरुद्दीन समेत 29 लोगों को गिरफ्तार किया है जफरुद्दीन पर फायरिंग का आरोप है। नदीम ने सोशल मीडिया पर भड़काऊ संदेश फैलाए थे जिससे लोग गुमराह हुए। पुलिस ने सभी आरोपियों को जेल भेज दिया है।

    Hero Image
    माफी मांगकर जेल गए उपद्रव के आरोपित।- जागरण

    जागरण संवाददाता, बरेली। उपद्रव के षड्यंत्रकारियों में शामिल आइएमसी का जिलाध्यक्ष नदीम खां भीड़ का फायदा उठाकर पुलिस से वायरलेस छीनकर फरार हो गया था। पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद उसकी निशानदेही पर बिहारीपुर पानी की टंकी के पास से वायरलेस बरामद कर लिया। इसके बाद नदीम समेत उपद्रव में शामिल 29 अन्य लोगों को भी जेल भेज दिया गया। इसमें 15 उपद्रवी बारादरी व 14 उपद्रवी कोतवाली के शामिल हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हुए उपद्रव में पुलिस ने 126 से अधिक लोगों को नामजद करते हुए तीन हजार से अधिक अज्ञात के विरुद्ध 10 प्राथमिकी लिखी थी। इसमें से सात मामलों में आइएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा व कोतवाली के सभी मुकदमों में आइएमसी के जिलाध्यक्ष नदीम खान को नामजद किया गया था। जांच की तो सामने आया कि उपद्रव भड़काने में मौलाना के साथ नदीम की प्रमुख भूमिका थी। उसी ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से भीड़ बुलाने का काम किया। नहीं आने की अपील का खंडन करते हुए लोगों को अधिक से अधिक संख्या में एकत्र होने को उकसाया।

    संदेश और वाट्स-एप काल करके लोगों से कहा कि पुलिस प्रशासन ने हम सभी लोगों को गुमराह किया है। उन्होंने फर्जी लेटर हेड पर अपील लिखकर जारी की है जिससे लोग भड़के और उपद्रव करने के लिए पहुंच गए। इससे पहले भी आइएमसी के लोगों ने बारादरी थाना क्षेत्र में पर्चे बांटे कि सभी लोगों को तय कार्यक्रम के अनुसार, पूरी तैयारी के साथ पहुंचना है। पुलिस ने जब पूछा कि इस तरह से उसने क्यों किया तो आरोपित नदीम ने बताया कि यह भी एक षड्यंत्र का हिस्सा था जिससे उपद्रव भड़क सके।

    पहली रात से ही शुरू कर दिया था काम पूछताछ में नदीम ने पुलिस को बताया कि जिस रात पुलिस प्रशासन के साथ बैठकर लेटर हेड पर लोगों से ज्ञापन देने को न आने की अपील की थी, उसी रात उसने लोगों को भड़काना भी शुरू कर दिया था। उसी लेटर हेड की फोटो लेकर आइएमसी के ग्रुप के साथ ही अन्य ग्रुपों में भी यह लिखकर वायरल किया कि यह इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल का लेटर हेड नहीं है। यह बिल्कुल फर्जी हैं और इस पर सबके दस्तखत भी फर्जी हैं।

    आगे लिखा कि यह सिर्फ एक साजिश है। जफरुद्दीन के पास से मिला 12 बोर का तमंचा पुलिस ने जिस नदीम समेत जिन 29 लोगों को गिरफ्तार किया है उसमें जफरुद्दीन भी शमिल है। पुलिस ने जफरुद्दीन के पास से एक 12 बोर का तमंचा भी बरामद किया है जिससे उसने उपद्रव के दौरान पुलिस पर फायरिंग की थी। उसे भी पुलिस ने जेल भेज दिया है।

    यह 29 लोग हुए गिरफ्तार

    बारादरी थाने से उमेद, मुस्तकीम, अरबाज, कलीम, मोबीन, नाजिम रजा खान, मोहसिन, शाकिब, रफीक, जैनुल, तौहीन, फैसल, मोबीन, अरशद और सुबहान को जेल भेजा गया है। जबकि कोतवाली से मुस्तकीम, जफरुद्दीन, मोहम्मद इमरोज, मुसारोफ शेख, शमशेर रजा, मोहम्मद उवैश, राहिल, मोहम्मद साजिद, समीर, मोहम्मद जीशान, फैसल, तोहिद खान, फरमान और नदीम खां को गिरफ्तार कर लिया है।

    यह भी पढ़ें- तौकीर रजा के खि‍लाफ योगी सरकार की बड़ी कार्रवाई, मजार की आड़ में बना 74 दुकानों का अवैध बाजार सील