सबने लिया संकल्प, बचाएंगे रामगंगा
जागरण संवाददाता, बरेली : डब्ल्यूडब्ल्यूएफ व जिला प्रशासन की ओर से आयोजित रामगंगा मित्र बैठक में तमाम
जागरण संवाददाता, बरेली : डब्ल्यूडब्ल्यूएफ व जिला प्रशासन की ओर से आयोजित रामगंगा मित्र बैठक में तमाम पेशे से जुड़े लोगों ने रामगंगा बचाने का संकल्प लिया। इस दौरान कछुआ संरक्षित करने की प्लानिंग भी बनी। साथ ही रामगंगा संरक्षण समिति बनाई गई।
डीएम संजय कुमार ने कहा कि बरेली में रामगंगा संरक्षण के लिए यह एतिहासिक है। रामगंगा बचाव अभियान से अधिक से अधिक लोग जुड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि पर्यावरण समाज के हर वर्ग का साझा मुद्दा है। इसका प्रभाव सभी पर पड़ता है। उन्होंने स्कूलों के साथ मिलकर काम करने को कहा। कहा कि कुछ महीनों में रामगंगा नदी के दस किमी तट पर दस हजार पौधे लगाकर ग्रीन बेल्ट का विकास किया जाएगा, जो किसानों को बाढ़ से बचाएगी। पर्यावरण को भी स्वच्छ करने में मददगार होगी। उन्होंने बताया कि बरेली के रामगंगा तट वाले गांव फिरोजपुर व ऐना में संस्था के सहयोग से कछुआ संरक्षण के लिए हेचरी का निर्माण किया जाएगा। जनपद की दस बड़ी झीलों के पुनरोद्धार का कार्य भी प्राथमिकता में है। शहर के तालाबों पर कार्ययोजना बनाकर उनको प्रदूषण मुक्त करके उनको एडॉप्ट करने की भी योजना है। पालेज की खेती के लिए किसानों को जागरुक करना है ताकि रासायनिक खाद का प्रयोग न हो। कछुआ संरक्षण वाले स्थान को पलेज मुक्त बनाया जाएगा और यहां रासायनिक खाद का प्रयोग पूर्णतया प्रतिबंधित होगा। डीएम ने कहा कि रामगंगा के आठ तटीय गांवों में उन्नत कृषि व जल प्रबंधन का कार्य शुरू हो चुका हे। शहर के सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट पर भी जल्द कार्य योजना तैयार कर ली जाएगी।
इस दौरान आईवीआरआई निदेशक राजकुमार सिंह, एडीएम ई अरुण कुमार, बरेली कालेज के प्रो. डीके गुप्ता, संस्था के निदेशक सुरेश बाबू, खेम बहादुर आदि ने भी विचार रखे। जल संरक्षित करने की भी अपील की। इस दौरान तमाम लोगों ने फार्म भरा और रामगंगा मित्र बने। इन्होंने अपने द्वारा किए गए कार्यो को बताया और प्रश्न पूछे।
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