Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    UPCOP App : चार महत्वपूर्ण सेवाओं के विस्तार से और हाईटेक हो गया उत्तर प्रदेख पुलिस का यूपीकाप एप

    Updated: Mon, 04 Aug 2025 04:12 PM (IST)

    UPCOP App is more advanced and High Tech चार नई सेंवाओं का विस्तार कर दिया गया है। लगातार बढ़ रहे साइबर अपराधों के दृष्टिगत राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (1930) को जोड़ दिया गया है जिससे साइबर अपराध का शिकार होने पर तत्काल यूपी काप के माध्यम से भुक्तभोगी सूचना दर्ज करा सके।

    Hero Image
    चार महत्वपूर्ण सेवाओं के विस्तार से और हाईटेक हुई यूपीकाप एप

    निरंकार जायसवाल, जागरण, बाराबंकी : उत्तर प्रदेश की हाईटेक मोबाइल एप में चार नई महत्वपूर्ण सेवाओं का विस्तार किया गया है। इन नई सेवाओं की बहुत उपयोगिता साबित होने वाली है। लगातार बढ़ रहे साइबर अपराध के लिए 1930 सेवा और मोबाइल खोने-चोरी होने पर सीइआइआर पोर्टल को भी इससे जोड़ दिया गया है। वहीं वाहनों का अगर चालान हो गया है या फिर आपने पासपोर्ट के लिए आवेदन किया तो उसका स्टेटस भी अब इसी एप से पता किया जा सकेगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उत्तर प्रदेश पुलिस ने 2019 में यूपी काप मोबाइल एप लांच किया था। जिसमें जनाेपयोगी सेवाएं दी गई, और पुलिस संबंधित तमाम सेंवाओं के लिए बिना थाना जाए घर बैठे सुविधा मिलने लगी। समयानुसार इसमें बदलाव और अपडेट भी किया गया है। इसी क्रम में चार नई सेंवाओं का विस्तार कर दिया गया है। लगातार बढ़ रहे साइबर अपराधों के दृष्टिगत राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (1930) को जोड़ दिया गया है, जिससे साइबर अपराध का शिकार होने पर तत्काल यूपी काप के माध्यम से भुक्तभोगी सूचना दर्ज करा सके।

    इसके साथ लोगों का मोबाइल चोरी होना और खो जाना आम समस्या है। इसके लिए सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर (सीइआइआर) पोर्टल की सेवा भी उपलब्ध है, जिस पर मोबाइल गुम होने पर तत्काल इस पोर्टल पर सूचना दर्ज कराकर सुरक्षित किया जा सके। यही नहीं वाहन के चालान का स्टेटस जानकार आनलाइन जमा करने की भी सुविधा दे दी गई है और चौथी सेवा है पासपोर्ट आवेदन का स्टेट पता करना। पासपोर्ट आवेदन के बाद लोग स्टेटस पता करने के लिए भटकते हैं, इससे उनको भटकना नहीं पड़ेगा।

    सीइआइआ (सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर) एक सरकारी पोर्टल है जिसे दूरसंचार विभाग, भारत सरकार ने विकसित किया गया है। यह खोए अथवा चोरी के मोबाइल फोन को ब्लाक कर उनका लोकेशन ट्रैक कर बरामद करता है। इस पर गायब मोबाइल की आनलाइन रिपोर्टिंग। आइइएमआइ नंबर से ट्रैकिंग, मोबाइल को ब्लाक/अनब्लाक कराना और बरामद मोबाइल की पहचान में सहायता करना मुख्य काम है।

    अभी तक 27 थी सेवाएं

    यूपीकाप एप में एफआइआर शीर्षक में पांच सेवांए, कंप्लेंनस शीर्षक में तीन, परमीशन में चार, सर्विसेस में पांच और इन्फारमेशन में साल सेवाएं उपलब्ध थीं। जिनमें लाइन एफआइआर, खोए हुए सामान की सूचना दर्ज कराना, चरित्र प्रमाण पत्र, नौकर, किराएदार, कर्मचारी आदि का सत्यापन, प्रदर्शन और रैली की अनुमति, पोस्टमार्टम रिपोर्ट, वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगों के लिए विशेष सुविधाएं और फिल्म शूटिंग की अनुमति की आन लाइन सेवाएं हैँ। यही नहीं लोगों को अपराध और उनसे बचने के तरीकों के बारे में जागरूक किया जाता है।