Updated: Sat, 24 Feb 2024 01:58 PM (IST)
बिजली विभाग में बिल की फर्जी रसीद देकर ठगी के मामले थम नहीं रहे हैं। बिचौलिए विभाग को लाखों के राजस्व को चूना लगाने के साथ ही उपभोक्ताओं की जेबें काट ...और पढ़ें
संवाद सूत्र, निंदूरा (बाराबंकी)। बिजली विभाग में बिल की फर्जी रसीद देकर ठगी के मामले थम नहीं रहे हैं। बिचौलिए विभाग को लाखों के राजस्व को चूना लगाने के साथ ही उपभोक्ताओं की जेबें काट रहे हैं। एक ही व्यक्ति द्वारा ठगी के शिकार एक दर्जन उपभोक्ता शुक्रवार को विद्युत कार्यालय पहुंचे।
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जब उनके बिल की रसीद कंप्यूटर से चेक की गई तो फर्जी निकली। कुर्सी बिजली उपकेंद्र में सक्रिय बिचौलिए बिल कम कराने का झांसा देकर बकाएदारों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। उपभोक्ताओं ने उपकेंद्र पर भुगतान जमा होने के बावजूद बिल अधिक आने की शिकायत की।
बाबू ने उनकी भुगतान रसीदें कंप्यूटर से चेक कराईं तो हजार से अधिक धनराशि की एक दर्जन अधिक रसीदें फर्जी निकलीं। कुर्सी निवासी मतीन का एक लाख से अधिक का बिल था। बिचौलिया ब्याज कम कराने का आश्वासन देकर उससे ने 55497 हजार रुपये ले गया।
बिचौलिया ने कुर्सी निवासी अजय कुमार को 34 हाजार, सुंदर लाल 20 हजार, बबलू मौर्या 30 हजार, बालक राम को 20 हजार, मन्नान 25 हजार, मुरली 25 हजार, पूर्णिमा 16 हजार, राम लखन को 10 हजार रुपये की रसीदें दीं। चेक कराने पर सभी उपभोक्ताओं की रसीदें फर्जी निकलीं।
उपभोक्ताओं का आरोप
उपभोक्ताओं का आरोप है कि जब उन लोगों ने मामले की शिकायत कुर्सी उपकेंद्र पर एसडीओ से की तो उन्होंने कोई सुनवाई नहीं की। ठगी का आरोपित सबसे पहले एसडीओ कुर्सी के साथ गांवों में बिजली मीटर चेक करने आया था, जिस पर सभी को भरोसा होने पर बकाया बिल का भुगतान किया गया था।
कुर्सी बिजली उपकेंद्र एसडीओ रिजवान सिद्दीकी ने बताया कि सभी उपभोक्ता कैश काउंटर पर ही अपना बिल जमा करें, जिसकी जिम्मेदारी विभाग की होगी। जालसाजी करने वाला व्यक्ति उपभोक्ता का परिचित होता है। उसके खिलाफ उपभोक्ता को ही एफआइआर दर्ज करानी चाहिए।
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