बाराबंकी सहित यूपी के छह जिलों में बनेंगे आठ पांटून पुल, बजट स्वीकृत; लोगों को मिलेगा फायदा
बाराबंकी समेत उत्तर प्रदेश के छह जिलों में आठ पांटून पुल बनाए जाएंगे, जिसके लिए बजट आवंटित कर दिया गया है। यह पुल बाराबंकी की गोमती नदी, कानपुर की गंग ...और पढ़ें

संवाद सूत्र, बाराबंकी। बाराबंकी सहित छह जिलों में आठ पांटून पुल बनाए जाएंगे। बजट आवंटित हो गया है। अगले वर्ष 2026 में बाराबंकी के गोमती नदी, कानपुर नगर के गंगानदी, मऊ की तमसा, बस्ती की मनोरमा, शाहजहांपुर रामगंगा, बरेली दिजोड़ा नदी में आठ पुल की स्वीकृति के साथ ही धनराशि लोक निर्माण विभाग को मिल गई है। यह पुल सात करोड़ 93 लाख से निर्मित कराए जाएंगे।
महाकुंभ के दौरान गंगा नदी पर पाण्टून पुल बनाने वाले इंजीनियर, प्रयागराज में निर्मित पीपा से पुल बनाए जाएंगे। छह जिलों के आठ पाण्टून पुल बनने हैं। कानपुर नगर से शुक्लागंज उन्नाव के मध्य गंगा नदी पर सेतु, शाहजहांपुर में रामगंगा नदी के वजीरपुर घाट, बरेली के दिजोड़ा नदी के मोहम्मदपुर घाट, मऊ में नगर पालिका परिषद के तमसा नदी हनुमान घाट पर पीपा पुल बनेगा। यह सभी पुल प्रयागराज के इंजीनियर बनाएंगे। यहां से निर्मित पीपा पुल भी मंगाए जाएंगे।
लोक निर्माण विभाग के अभियंता अनिल कुमार का कहना है कि मौलाबाद-खानपुर घाट पर पाण्टून पुल निर्माण के लिए बजट की स्वीकृति हो चुकी है। पुल बांधने का पूरा सामान प्रयागराज से आना है। इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। अगले वर्ष निर्माण शुरू हो जाने की उम्मीद है।
बाराबंकी में बनेंगे तीन पांटून पुल
त्रिवेदीगंज: गोमती नदी पर लगभग तीन करोड़ 69 लाख की लागत से तीन पाण्टून पुल बनेंगे। अगले वर्ष 2026 में लोक निर्माण विभाग कार्य शुरू कराएगा। त्रिवेदीगंज के गोमती नदी के पहाड़ापुर-भिलवलघाट, मौलाबाद-खानपुरघाट, गोसियाघाट पर पाण्टून सेतु का निर्माण होगा। भिलवल-पहाड़ापुरघाट पर दशकों से क्षेत्रीय लोग पुल बनाए जाने की मांग कर रहे थे।
भिलवल के पूर्व प्रधान प्रहलाद शरण जायसवाल, मौलाबाद के भाजपा मंडल अध्यक्ष सचिन वर्मा ने बताया कि इन घाटों पर पुल बनाए जाने की मांग लोग लंबे समय से करते चले आ रहे हैं। पुल निर्माण से नदी के उस पार के लोगों के लिए जिला मुख्यालय तक पहुंचना आसान हो जाएगा। पहाड़ापुर गांव के पास स्थित फलाहारी बाबा की तपस्थली पहाड़ापुर कुटी तक श्रद्धालुओं को आवागमन में सुविधा होगी। अभी सिर्फ नाव का ही सहारा है।
सतुओं के निर्माण से दौड़ेगी ग्रामीण क्षेत्रों की जिंदगी
जिले में ऐसे 24 पुल हैं, जो काफी जर्जर हो चुके हैं। इनमें से कई अंग्रेजों के जमाने के बने हैं। यहां लोग आने-जाने में डरते हैं। कुछ जगहों पर लकड़ी के पुल पर लोगों का जोखिम भरा सफर है। जनप्रतिनिधियों की मांग पर अब यहां नए सेतुओं का निर्माण होगा। कार्ययोजना बनाई जा चुकी है। कल्याणी, गोमती नदी, माइनर, खारजा और नहर पर पुल बनाए जाएंगे। 27 नए पुल भी बनाए जाने का प्रस्ताव है। कुल 51 सेतुओं का निर्माण करीब 18 सौ करोड़ से अधिक होगा।

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