Barabanki Accident: गेट खुल नहीं रहा था, लोगों ने शीशा तोड़ने की कोशिश की... चश्मदीद ने बताया भीषण हादसे की आंखोंदेखी
बाराबंकी में एक भीषण हादसे में बस पर पेड़ गिरने से कई लोगों की जान चली गई। कुर्बान अली नामक एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि पेड़ गिरने से बस का पिछला हिस्सा उठ गया और यात्री सीटों से गिर गए। मृतकों में मीना श्रीवास्तव भी शामिल हैं। हादसे के बाद स्वास्थ्यकर्मियों को अलर्ट कर दिया गया और घायलों को इलाज मुहैया कराया गया।

जागरण संवाददाता, बाराबंकी। हादसे में अपनी मां को गंवाने वाले कुर्बान अली की जुबानी दिन दहला देने वाली है। बताते हैं कि वह पीछे की सीट पर बैठे थे। अचानक पेड़ गिरा, ऐसा लगा कि मानो पहाड़ टूट पड़ा हो।
पेड़ गिरते ही बस का पिछला हिस्सा उठ गया था। सभी लोग सीट से गिर गए थे, जिसमें वह भी उसमें शामिल थे। देखते ही देखते विलाप का शोर सुनाई देने लगा। साइट गेट खुल नहीं रहा था। अंदर से भी लोग शीशा तोड़ने की कोशिश कर रहे थे।
मृतक उत्तर टोला निवासी क्लर्क मीना श्रीवास्तव प्रतिदिन कार से हरख ब्लाक जाती थीं, लेकिन शुक्रवार को बस से निकली थीं। मौत के बाद सभी शव पोस्टमार्टम हाउस शव लाए गए।
यहां राज्यमंत्री सतीश चंद्र शर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष राजरानी रावत, जिला विकास अधिकारी भूषण कुमार, बीडीओ प्रीति वर्मा और पुलिस अधिकारी मौजूद थे।
ये लोग हुए घायल
घायलों में कोटवा की शैल कुमारी वर्मा, हैदरगढ़ के रिजवान, सजीवन, अमेठी के शुक्ल बाजार के रामप्रसाद, रायबरेली के सुधीर कुमार, मोहम्मद अली, भुनईरुद्र कोठी के अर्जुन, इनका 12 वर्षीय बेटा लवलेश, हैदरगढ़ के परिचालक रामतीरथ दीक्षित सहित 17 लोग शामिल हैं। कई घायलों का भी पता नहीं चल पाया है। वे निजी क्लीनिक पर इलाज कराकर घर चले गए।
स्वास्थ्यकर्मी अलर्ट
हरख : बस पर पेड़ गिरने की सूचना मिलने के बाद सतरिख और जैदपुर कोतवाली पुलिस ने तत्परता दिखाई। सीएचसी सतरिख अधीक्षक डा. नीतिश कुमार सिंह ने बताया कि उन्हें जैसे ही हादसे की जानकारी मिली निकट के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हरख और सीएचसी सतरिख स्टाफ को अलर्ट कर दिया, लेकिन सीएचसी एक भी यात्री को नहीं लाया गया।
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