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    SIR in UP: महिलाओं को नहीं मिल रहे ये अहम दस्तावेज, अधूरे जमा हो रहे गणना फॉर्म

    Updated: Wed, 26 Nov 2025 08:37 AM (IST)

    उत्तर प्रदेश में एसआईआर के कार्यान्वयन में महिलाओं को आवश्यक दस्तावेज प्राप्त करने में कठिनाई हो रही है। आधार कार्ड, आय प्रमाण पत्र और निवास प्रमाण पत्र जैसे दस्तावेजों की कमी के कारण गणना फॉर्म अधूरे जमा हो रहे हैं, जिससे डेटा संग्रह प्रक्रिया प्रभावित हो रही है। एसआईआर का उद्देश्य राज्य में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देना है।

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    महिलाओं के मायके संबंधी नहीं मिल रहे दस्तावेज।

    संवाद सूत्र, बाराबंकी। गहन मतदाता पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान चल रहा है। जो प्रपत्र जमा हो रहे हैं, उनमें महिलाओं के माता-पिता का ईपीक नंबर लग रहा है। अब मायके में अधिकांश बुजुर्ग महिलाओं को दस्तावेज नहीं मिल रहे हैं।

    किसी का दस्तावेज खो गया है तो किसी माता-पिता का देहांत हो गया है, जिससे मतदाता का प्रपत्र नहीं मिल रहे हैं। यह समस्या अब सिरदर्द बन चुकी है। आधे-अधूरे फार्म जमा हो रहे हैं, जिससे फीडिंग में बीएलओ को दिक्कतें आ रही हैं।

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    जिले में मतदान केंद्र 1702 है, मतदान स्थल (बूथ) की संख्या 2614 हैं। 23 लाख 31 हजार से अधिक मतदाता हैं। लगभग 46 प्रतिशत डिजिटाइजेशन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। फॉर्म जो जमा रहे हैं, उसमें कई प्रकार के बिंदु भरने हैं।

    वोटरों की जन्मतिथि, आधार, मोबाइल नंबर, पिता नाम, पिता का ईपीक नंबर, मां का नाम, माता का ईपीक नंबर भरा जाएगा। सबसे अधिक दिक्कतें बुजुर्ग महिलाओं के आवेदन में आ रही हैं।

    कुछ परिवार बाहर के हैं। एक बीएलओ ने बताया कि वृद्ध महिलाओं के मायके से संबंधी डिटेल न मिलने से समस्या आ गई है। आवेदन आधे अधूरे जमा रहे हैं, जो फीडिंग में दिक्कतें आ रही हैं।

    खराब प्रगति बढ़ाने वाले बीएलओ का बहाल होगा वेतन

    जिले में अब तक 24 से अधिक बीएलओ ऐसे मिले हैं, जिन्होंने अपना कार्य शतप्रतिशत पूर्ण कर लिया है। डीएम की ओर से इन्हें सम्मानित किया जाएगा। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष देव पांडेय ने बताया कि लगभग 406 बीएलओ पर कार्रवाई हुई, वेतन रोका गया है। जिन बीएलओ का खराब कार्य है, यदि वह प्रगति बढ़ा लेते हैं, तो उनका वेतन बहाल कर दिया जाएगा।

    हैदरगढ़ सबसे आगे

    मतदाताओं की आवेदनों की डिजिटाइजेशन में सबसे आगे हैदरगढ़ विधानसभा क्षेत्र है। यहां 50 प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिया गया है। दूसरे पर कुर्सी है, यहां 47, रामनगर में 46, बाराबंकी में 41, जैदपुर में 45 और दरियाबाद में 45 प्रतिशत डिजिटाइजेशन हुआ है।