Barabanki News: लाल निशान से 13 सेमी नीचे हुआ सरयू नदी का जलस्तर, कई गांवों में बढ़ रहा संक्रमण का खतरा
बाराबंकी में सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे चला गया है लेकिन मिट्टी का कटाव अभी भी जारी है जिससे कई गांवों में खतरा बना हुआ है। रामसनेही घाट तहसील में लगभग तीन हजार लोगों को राहत सामग्री वितरित की गई है। सूरतगंज में स्थिति सामान्य हो रही है पर गंदगी और बीमारियों का खतरा अभी भी बरकरार है।

संवाद सूत्र, बाराबंकी। सरयू के तेवर हल्के पड़े हैं। लाल निशान से सरयू का जल स्तर नीचे आ गया है। केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक, शाम पांच बजे सरयू का जलस्तर 105.940 मीटर रिकार्ड किया गया। यह खतरे के निशान से 13 सेंटीमीटर नीचे है। पानी कम तो हो गया है, लेकिन मिट्टी कटान बढ़ी है।
तीन तहसील रामसनेही घाट, सिरौलीगौसपुर व रामनगर के करीब 12 से अधिक गांवों में मिट्टी कटान से खतरा बढ़ा है। खेतों में अभी बाढ़ का पानी ठहरा हुआ है। बाढ़ प्रभावित गांवाें में संक्रामक बीमारियों से लोग परेशान हैं।
वितरित होगी तीन हजार राहत किट
रामसनेही घाट तहसील के 11 राजस्व ग्राम बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। एसडीएम अनुराग सिंह ने बताया कि लगभग तीन हजार प्रभावितों को राहत किट वितरित की गई। बाढ़ चौकियां सक्रिय हैं, नदी के बढ़ते घटते जलस्तर की निगरानी की जा रही है।
सूरतगंज में सरयू नदी घटने के बाद से आधा दर्जन से अधिक गांवों की स्थिति सामान्य होने लगी है, लेकिन घरों और गांव में बाढ़ की गंदगी जमा है। बीमारियों का अंदेशा बना हुआ।
स्वास्थ्य विभाग की टीमें परिवारों को दवाएं बांट रही हैं। सरसंडा, बाबपुरवा, कोइलीपुर, उधिया, बेलहरी, बलईपुर, लालपुरवा, सुंदरनगर, केदरीपुर गांव की पांच हजार आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है।
तहसीलदार रामनगर विपुल सिंह ने बताया कि स्थिति अब पहले से काफी सामान्य है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से कुछ गांवों में ब्लीचिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव भी कराया गया है।
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