सरयू नदी के संजय सेतु पर मरम्मत का कार्य, पांच घंटे लगा जाम
सरयू नदी (घाघरा घाट) संजय सेतु की आठ जोड़ों में आई दरार की मरम्मत चल रही है। इसके चलते मंगलवार को रामनगर के चौका घाट रेलवे स्टेशन से संजय सेतु तक व पूर्वोत्तर के घाघरा घाट ओवरब्रिज तक यातायात वाहनों की कतारें लग गईं। सुबह से करीब पांच घंटे बाद लंबा जाम छूटा और धीरे-धीरे वाहन निकले।

बाराबंकी : सरयू नदी (घाघरा घाट) संजय सेतु की आठ जोड़ों में आई दरार की मरम्मत चल रही है। इसके चलते मंगलवार को रामनगर के चौका घाट रेलवे स्टेशन से संजय सेतु तक व पूर्वोत्तर के घाघरा घाट ओवरब्रिज तक यातायात वाहनों की कतारें लग गईं। सुबह से करीब पांच घंटे बाद लंबा जाम छूटा और धीरे-धीरे वाहन निकले।
पीएनसी कंपनी की ओर से संजय सेतु के जोड़ों में आई दरार की मरम्मत कराई जा रही है। सेतु के जोड़ों को पीएनसी कंपनी ने बनाया था, जिनमें दरारें आ गई हैं। कार्यदाई संस्था से संपर्क कर सीओ ने जोड़ों के टूट जाने की जानकारी दी थी। पीएनसी कंपनी ने एक वाहन पर विद्युत उपकरण व बिल्डिग मशीन सहित वेल्डर को भेजा जो सोमवार को दूसरे पहर में पहुंची। इसके बाद सेतु के जोड़ों में आई दरार की मरम्मत शुरू की गई। राष्ट्रीय राजमार्ग बांदा-बहराइच पर अधिकांश वाहनों का आवागमन होता। यह मार्ग पूर्वोत्तर के गोंडा, बलरामपुर, बस्ती, नेपाल को जोड़ता है। सेतु पर जोड़ों के क्षतिग्रस्त होने का कारण भारी वाहनों का आवागमन माना जा रहा है। संजय सेतु का निर्माण 1984 में हुआ था, जिसका समुचित ढंग से रखरखाव न होने से पुल की स्थिति जर्जर हुई। उसके जोड़ों की सरिया भी दिखने लगी। ऐसी स्थिति पुल की खुद बयां करती है। मंगलवार को सुबह से ही रामनगर के चौकाघाट राष्ट्रीय राजमार्ग से संजय सेतु तक वाहनों का लंबा जाम लगा था। पांच घंटे बाद वाहनों को धीरे-धीरे निकाला गया।
सीओ रामनगर दिनेश कुमार दुबे ने बताया कि संजय सेतु की आठ कोठी के जोड़ों में दरार आई है। इसकी सरिया टूट गई थी। जोड़ों की दरार की मरम्मत पीएनसी कंपनी कर रही है। इस पुल की मरम्मत में तीन दिन लगेंगे।
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