Ram Mandir Dhwajarohan: अयोध्या में पंक्ति के आखिरी व्यक्ति से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे का सीधा संवाद
Ayodhya Ram Mandir Dhwajarohan: पिछड़े वंचित वर्ग के लोगों को यह अहसास कराने के लिए कि श्रीराम मंदिर उनका है, उन्हें विशेष अतिथि के तौर पर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने आमंत्रित किया है। सभी को महसूस होगा कि यह सर्वसमाज के जैसे राम हैं, वैसे ही मंदिर भी उनका है।

सुरेश गौतम आलोक दास नेहा आनंद
नरेन्द्र मिश्र, जागरण, बाराबंकी: सर्वसमाज की अवधारणा को साकार करने के क्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अयोध्या में आयोजित होने वाले ध्वाजारोहण समारोह में समाज के अंतिम व्यक्ति से सीधे संवाद करेंगे।
पीएम के आयोजन में विशेष आमंत्रित लोगों में किन्नर के साथ दलित, वंचित वर्ग व अघोरी समाज भी शामिल है। रामलला के दरबार से बुलावा मिलने के बाद गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले बाराबंकी सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश के 7000 सर्व समाज के अगुवा व संत शामिल होने को तैयार हैं।
अवध क्षेत्र के 13 जिलों के 1089 लोग वह हैं जो अब अपने समाज का नेतृत्व करते हैं। हमेशा से सनातन की अलख अपने वंचित समाज में जगाते हुए रामलला के प्रति आस्थावान हैं। ध्वजारोहण समारोह के मुख्य अतिथि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ विशेष अतिथि का सम्मान पाने वालों में गोड़िया, कहार, बकसोर, बारी, नाई, कहार, कुम्हार, गड़रिया, लोधी, यादव, पथरकट, माली, धोबी, लोहार, बढ़ई, तमोली, मौर्य, कसौंधन, बहेलिया, पासी, वाल्मीकि, रैदास, कंजड, नट के साथ ही कुर्मी और सिख समाज के मुखिया प्रमुख हैं।
यह भाग्यवान लोग वे हैं, जो रामलला के दरबार में प्रधानमंत्री के साथ ही सम्मान और आदर पाएंगे। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने इनको आदर पूर्वक आमंत्रित किया है। आमंत्रण पाने वालों में 84 कोसी परिक्रमा पथ के रहने वाले बालमुकुंद, पवन कुमार, बेचनलाल व आलोक दास भी शामिल हैं। विशेष अतिथि के तौर पर सर्वसमाज के अगुवा में बाराबंकी के मंजीठा के लालता कोरी, शहर के सुरेश गौतम, रंगवा फतेहपुर के पंकज धानुक, अंबेडकरनगर के सैदापुर के ज्ञान प्रकाश तमोली समाज, नसीरपुर के कन्हैयालाल राजभर, लखनऊ के विवेकानंद नगर निवासी कुनाल प्रभाकर, भरतनगर के अनिल पाल, काकोरी के जितेंद्र कुमार भुर्जी समाज का नेतृत्व करेंगे।
उन्नाव के लालपुर बिछिया के रामजीवन, शिवशंकर प्रजापति, हरदोई के बावन ग्राम के राम नरेश, हरिश्चंद्र गोंडा के परसपुर पाले पुरवा आश्रम के संत दयाल सतानंद पुरी, खरा कुंभनगर के बडगांव के कैलाश नाग, लखीमपुर के गोबरइला पलिया की थारू समाज की अग्रणी चंद्रावती थारू, खीरी की आरती राना, सीता राना व नेहा आनंद महिला मंडल के साथ ध्वजारोहण की साक्षी बनेंगी।
बलरामपुर के हरैया चंद्रेसी के अंगद प्रसाद, मनोज आर्य, राजेंद्र कुलदीप कोरी समाज, बहराइच के लोहार पूरे चैता हुजूरपुर निवासी भग्गन, रामअचल, शिवराम रैदास, सीतापुर के बेलझारी टोला महमूदाबाद रीतेश रस्तोगी, टंडईकला बंदरियाबाग सिधौली की संत काजल किन्नर, शशिबाला, रुदौली अशोक कसौंधन, रायबरेली के दरीबा से रामसेवक, बछरांवा से बाबा बहेलिया, श्रावस्ती के नईबाजार भिनगा से रामदुलारे वाल्मीकि, शत्रुहन प्रसाद के अलावा कंजड समाज से नवल किशोर, पासी समाज से राजेश कुमार जैसे मनीषियों की संख्या हर जिले से करीब एक सैकड़ा हैं।
सभी का तीर्थ क्षेत्र में स्वागत के लिए बाकायदा विशेष अतिथि का प्रोटोकाल तय किया गया है। सभी के लिए लग्जरी बसों के साथ ठहरने के लिए होटल आरक्षित हैं, साथ ही ट्रस्ट ने सभी होटल में अपने विशेष अतिथियों को बेहतर भोजन और नाश्ते का भी प्रबंध किया है। हर पांच अतिथि पर विहिप ने एक सेवक को नियुक्त किया है, जो अतिथियों के साथ रहकर उनका भरपूर ख्याल रखेंगे।
भगवान श्रीराम सबके
विहिप के विभाग संगठन मंत्री इंद्रेश ने बताया कि श्रीराम सबके हैं। जिन वर्गों को सनातन से विरत करने की कोशिश हो रहीं हैं, ऐसे पिछड़े वंचित वर्ग के लोगों को यह अहसास कराने के लिए कि श्रीराम मंदिर उनका है, उन्हें विशेष अतिथि के तौर पर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने आमंत्रित किया है। सभी को महसूस होगा कि यह सर्वसमाज के जैसे राम हैं, वैसे ही मंदिर भी उनका है।

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