Barabanki: मानसिक मंदित नाबालिग बनी मां, ग्रामीणों ने सामाजिक बहिष्कार की मांग को लेकर मचाया तांडव; मुकदमा
बाराबंकी में किशोरी मानसिक मंदित है जो बिना विवाह मां बनी है। इस मामले में विवाद कर रहे आठ लोगों के विरुद्ध शांतिभंग की कार्रवाई की गई है। साथ ही पुलि ...और पढ़ें

बाराबंकी, संवाद सूत्र। सतरिख थाने के एक गांव में किशोरी के मां बनने का मामला प्रकाश में आया है। इसको लेकर गांव में विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इस मामले में पुलिस ने आठ लोगों को हिरासत में लिया है। इन सभी पर पुलिस ने शांतिभंग की कार्रवाई की है।
किशोरी मानसिक मंदित बताई जा रही है, जिसकी मां की मृत्यु हो चुकी है। बताया जा रहा है कि 16 नवंबर को एक किशोरी ने घर में बच्चे को जन्म दिया। यह बात गांव में आग की तरह फैल गई और कई लोग किशोरी के घर पर जमा हो गए। बिना विवाह मां बनने को लेकर हंगामा शुरू हो गया। चर्चा यह भी है कि लोग किशोरी के परिवार के सामाजिक बहिष्कार की घोषणा भी करने लगे। तभी ग्राम प्रधान ने पुलिस को सूचना दे दी।
पुलिस ने ग्रामीणों को किसी तरह समझा बुझाकर विवाद शांत कराया। मामले को तूल देने की कोशिश करने वाले रामसनेही, अरविंद कुमार, राजकरन, सोनू, मंसाराम, विनोद कुमार, अनिल कुमार तथा अशोक कुमार को पुलिस पकड़कर थाना ले गई, जहां सभी पर शांतिभंग की कार्रवाई की गई है।
सतरिख थाने की चौकी मोहद्दीपुर प्रभारी अभिषेक सिंह ने बताया कि किशोरी मानसिक मंदित है जो बिना विवाह मां बनी है। इस मामले में विवाद कर रहे आठ लोगों के विरुद्ध शांतिभंग की कार्रवाई की गई है।
पहले भी हुईं हैं वारदातें : असंदरा थाना के एक गांव की रहने वाली अनुसूचित जाति की 13 वर्षीय किशोरी के साथ जुलाई 2021 में सामूहिक दुष्कर्म हुआ था। दुष्कर्म पीड़िता गर्भवती हो गई थी और जिला अस्पताल में पुत्र को जन्म दिया था। इस समय यह बच्चा करीब एक साल चार माह का है। इसी प्रकार मसौली थाना क्षेत्र में भी 2014 में एक किशोरी के साथ दुष्कर्म हुआ था, जिसने बच्चे को जन्म दिया था। वहीं रामनगर की एक किशोरी के साथ दुष्कर्म हुआ था। उसने बच्चे को जन्म दिया था, लेकिन बच्चे की मृत्यु हाे गई थी।

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