यूपी में बनेगी एक और फोरलेन सड़क, चौड़ीकरण के लिए 1500 पेड़ काटे जाएंगे; इन जिलों को मिलेगा फायदा
बाराबंकी में लखनऊ-महमूदाबाद मार्ग को टिकैतनगंज तक फोरलेन बनाने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। इस परियोजना का उद्देश्य औद्योगिक क्षेत्र को जोड़ना और निवेशकों को सुविधा प्रदान करना है। मार्ग के चौड़ीकरण के लिए लगभग 1500 पेड़ों को काटने की अनुमति मांगी गई है। फोरलेन बनने से बाराबंकी सीतापुर और लखनऊ के लोगों को आवागमन में सुगमता होगी।

अजीत कुमार मौर्य, बाराबंकी। सीतापुर और लखनऊ जोड़ने वाली सड़क लखनऊ-महमूदाबाद फोरलेन बनाई जाएगी, जिसका प्रस्ताव अधिशाषी अभियंता ने डीएम के माध्यम से शासन को भेजा है। यह कार्ययोजना औद्योगिक क्षेत्र को जोड़ने के लिए विशेष तौर पर बनाई गई है।
पहले यह मार्ग 10 मीटर बनाने के लिए स्वीकृत था, अब 14 मीटर की सड़क डिवाइडर के साथ बनेगी। लोक निर्माण विभाग के सर्वे में 15 सौ पेड़ चिह्नित हुए हैं। काटने के लिए वन विभाग को पत्र भेजा गया है।
लखनऊ से सीतापुर के महमूदाबाद तक लगभग 31 किलो मीटर की दूरी है। लखनऊ-महमूदाबाद मार्ग का चौड़ीकरण चल रहा है। कहीं आठ तो कहीं 10 मीटर मार्ग को चौड़ीकरण किया गया, लेकिन अब लखनऊ से टिकैतनगंज तक व्यवस्था में परिवर्तन किया गया है।
लगभग 18 किलो मीटर की सड़क फोरलेन मय डिवाइडर के साथ बनाई जाएगी, ताकि कुर्सी उमरा औद्योगिक क्षेत्र को फोरलेन से जोड़ा जा सके। निवेशकों को सहूलियत मिल सके और आने वाले व्यापारियों को अच्छा रास्ता देने के लिए अधिशाषी अभियंता राजीव कुमार राव ने जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी के माध्यम से प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा है। वहीं, लोक निर्माण के सर्वे में आए लगभग 1500 पेड़ों की कटान के लिए वन विभाग को पत्र भेज दिया है।
तीन जनपदों को जोड़ती है सड़क
लखनऊ-महमूदाबाद मार्ग बाराबंकी के साथ सीतापुर व राजधानी लखनऊ को सीधा जोड़ती है। नेपाल आने-जाने वाले लोग भी इसी मार्ग से सीतापुर के चलारीघाट पुल से होते हुए नेपाल तक पहुंचते हैं। इस मार्ग से प्रतिदिन हजारों की संख्या में छोटे-बड़े वाहनों का आवागमन होता है।
मार्ग पर अधिक भार होने के चलते प्रतिदिन औद्योगिक क्षेत्र उमरा व कस्बा कुर्सी में जाम से निजात पाने के लिए टिकैतगंज तक मार्ग को फोरलेन बनाया जाएगा। मार्ग के बीच में डिवाइडर, किनारे फुटपाथ पर इंटरलाकिंग व पानी निकासी के लिए नाले का निर्माण होगा।
दो फोरलेन आपस में जोड़े जाएंगे
कुर्सी से देवा मार्ग को फोरलेन किए जाने की कवायद शुरू हो गई है। इसमें 36 ग्राम पंचायतें पड़ेंगी, जिन्हें हाईवे का सीधे लाभ मिलेगा। अधिशाषी अभियंता राजीव कुमार राय ने बताया कि फोरलेन निर्माण में करीब 210 करोड़ की लागत आएगी। डिवाइडर पर लाइट और जगह-जगह पौधे लगाए जाएंगे, ताकि विकास के साथ ही हरियाली का भी ध्यान रखा जाए। इस फोरलेन को लखनऊ-महमूदाबाद फोरलेन से जोड़ा जाएगा।
लखनऊ से टिकैतगंज तक फोरलेन बनाने के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। जल्द ही मंजूर हो जाएगा। फोरलेन बनने से कुर्सी के जाम से लोगों को निजात मिलेगी, तो औद्योगिक क्षेत्र के निवेशकों को आने-जाने में राहत मिलेगी।
राजीव कुमार राव, अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण।
सड़क चौड़ीकरण को लेकर निर्माण की जद में आने वाले पेड़ पहले ही काटे जा चुके हैं, लेकिन अब फोरलेन होने के चलते बेहटा से कस्बा टिकैतगंज तक करीब 15 सौ और पेड़ काटे जाएंगे। जिनका चिह्नांकन कर लिया गया है।
मयंक सिंह, वन रेंजर देवा
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