Leopard Attack : बालिका पर तेंदुए ने किया हमला, मौत; रक्षाबंधन पर मां के साथ नाना के घर आई थी घूमने
गांव निवासी शशिकांत ने बताया कि घटना की सूचना रेंज कार्यालय निशानगाड़ा पर दी गई है। घटना से लोग सहमे हुए हैं। प्रभागीय वनाधिकारी आकाशदीप बधावन गांव पहुंचे और लोगों को समझा कर शांत किया। उन्होंने बताया कि वन टीम को गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए गए है। पीड़ित इलाज के लिए इमदाद की राशि उपलब्ध करा दी गई है। गांव में दो सोलर लाइट लगी है।

जासं, बहराइच : रायगंज में नाना के घर आई बालिका पर तेंदुए ने हमला कर दिया। इससे उसकी मौत हो गई।राजापुर कलां निवासी अनीता भाई को राखी बांधने रक्षा बंधन के दिन अपने मायके रायगंज आयी थी। उसकी 10 वर्षीय बेटी प्रियांशी भी आई थी।
शनिवार को बालिका अपने नाना चंद्रसेन सोनकर के घर के उत्तर स्थित गन्ने के खेत में शौच को गई थी। काफी देर तक वापस न लौटने पर परिवार के लोगों ने उसकी तलाश शुरू की। गन्ने के खेत में पहुंचने पर हांका लगाया तो शव छोड़कर तेंदुआ भाग गया। क्षेत्र में दहशत का माहौल है।
तेंदुए के हमले की कई घटनाएं हो चुकी हैं। सत्येंद्र सिंह ने बताया कि तेंदुए के डर से कई अभिभावकों ने अपने बच्चों को विद्यालय भेजना बंद कर दिया है। सूचना मिलने पर वन दारोगा सत्यजीत सिंह टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को जागरूक किया।
शौच के लिए खेत जा रही महिला पर तेंदुए का हमला
बिछिया : कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के निशानगाड़ा रेंज अंतर्गत ग्राम पंचायत मटेही के नवीनपुरवा में शनिवार को सुबह घर से खेत की ओर जा रही महिला इंदू देवी पर अचानक तेंदुए ने हमला कर दिया। तेंदुए के हमला करते ही महिला संघर्ष करते हुए चीखने लगी, जिस पर पति राजू समेत आसपास के लोग दौड़े।
इस बीच लोगों के हांका लगाने के बाद तेंदुआ महिला को छोड़कर गन्ने के खेत में घुस गया। हमले में महिला के सिर और गले में गंभीर चोंटें आईं है। लहूलुहान महिला को लोग आनन-फानन में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सुजौली ले गए, जहां उसकी हालत गंभीर देखते हुए तत्काल एंबुलेंस से उसे सीएचसी मिहींपुरवा रेफर कर दिया गया।
गांव निवासी शशिकांत ने बताया कि घटना की सूचना रेंज कार्यालय निशानगाड़ा पर दी गई है। घटना से लोग सहमे हुए हैं। प्रभागीय वनाधिकारी आकाशदीप बधावन गांव पहुंचे और लोगों को समझा कर शांत किया। उन्होंने बताया कि वन टीम को गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए गए है। पीड़ित इलाज के लिए इमदाद की राशि उपलब्ध करा दी गई है। गांव में दो सोलर लाइट लगी है। तेंदुए को पकड़ने के लिए गांव के किनारे पिंजरा लगाया गया है।
शौचालय न होना बना घटना का कारण
जंगल से महज 50 मीटर की दूरी पर स्थित गांव के निकट तेंदुए की चहलकदमी अकसर देखी जाती है। डीएफओ ने बताया कि प्रभावित परिवार को शौचालय के लिए बजट आवंटित किया गया था, लेकिन बनवाया ही नहीं गया, नतीजतन अंधेरे में दैनिक क्रिया ने निवृत्त होने के लिए जंगल अथवा उसके निकट स्थित खेत जाना वन्य जीव के हमले का कारण बना।
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