बाराबंकी में सभी काम छोड़कर क्रय केंद्रों के चक्कर काट रहे किसान, निरीक्षण के दौरान मिलीं 14 बेनामी ट्रॉलियां
बाराबंकी में किसान अपनी फसलों की खरीद के लिए क्रय केंद्रों के चक्कर काटने को मजबूर हैं। किसान अपना सारा काम छोड़कर क्रय केंद्रों पर डेरा डाले हुए हैं। ...और पढ़ें

सारा कामकाज छोड़ केंद्रों के चक्कर काट रहे किसान।
जागरण टीम, बाराबंकी। खरीद केंद्रों पर धान रखने की जगह न होने से किसान मायूस हैं। खरीद प्रभावित चल रही है। ऐसे में सारा कामकाज छोड़ किसान केंद्रों के चक्कर काट रहे हैं। शुक्रवार को भी यही हालत रहे। एसडीएम ने निरीक्षण कर कमियों को दूर करने का निर्देश दिए।
रामसनेहीघाट के थोरथिया विपणन केंद्र चार कमरों में अस्थायी व्यवस्था के सहारे संचालित हो रहा है, जबकि तौल के बाद धान रखने के लिए कोई गोदाम उपलब्ध नहीं है। पूरा धान खुले आसमान के नीचे पड़ा है, जिससे खराब मौसम के दौरान नुकसान की आशंका बनी रहती है।
दो कांटे थोरथिया प्रथम और सेकंड स्वीकृत हैं, लेकिन मौके पर केवल एक ही कांटा संचालित होता मिला। संतोषी पुरवा के विनोद ने बताया कि 31 दिसंबर को टोकन लिया था। चार दिन से ट्राली खड़ी है, आज जाकर तौल हो रही है। चोरपुरवा निवासी ननकऊ ने कहा कि एक नवंबर को कागज जमा किए थे।
सनौली के रामकुमार तिवारी ने बताया कि 25 को टोकन मिला, फिर आठ को मिला। अब 16 को नंबर लगा है। विपणन निरीक्षक सोनम ने बताया कि गोदाम न होने से धान खुले में रखना पड़ रहा है, जिस पर त्रिपाल डालने की व्यवस्था की गई है।
एसडीएम के किया धान खरीद केंद्र का निरीक्षण
दरियाबाद में उपजिलाधिकारी रामसनेहीघाट अनुराग सिंह ने लालगंज व मिरदही के धान खरीद केंद्र का निरीक्षण किया। यहां 10 किसान ट्रालियां लेकर तौल के इंतजार में दिखे। एसडीएम ने टोकन रजिस्टर देखा और मौजूद किसानों के प्रपत्र के साथ उनसे खरीद संबंधित जानकारी ली।
टोकन रजिस्टर बना नहीं मिला। खरीद का क्रम भी सही नहीं था। मिरदही के सराह शाह आलम में संचालित केंद्र पर तौल जारी मिली है। एसडीएम ने केंद्र प्रभारी से खरीद संबंधित अभिलेख मांगे गए है।
सफदरगंज में नवीन मंडी समिति में बिचौलियों और व्यापारियों का वर्चस्व हावी है। छह दिन पूर्व डिप्टी एआरएमओ ने निरीक्षण के दौरान 14 बेनामी ट्रॉलियां पकड़ी थी।
तमाम किसान क्रय केंद्रों पर धान लदी ट्राली के साथ डेरा डाले हैं, लेकिन तौल नहीं हो पा रही। एसएमआइ आरके उपाध्याय ने बताया कि मंडी के सभी केंद्रों पर अब तक करीब 700 किसानों को टोकेन दिए गए हैं।

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