बाराबंकी में भीषण हादसा, एक ही गांव के दो युवकों की मौत; तीसरा गंभीर
बाराबंकी में देवा मेले से लौट रहे बाइक सवारों को एक कार ने टक्कर मार दी, जिसमें दो युवकों की जान चली गई और एक गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल का इलाज चल रहा है। एक अन्य घटना में, निंदूरा में एक पिकअप पलटने से कई मवेशी घायल हो गए। टिकैतनगर में कल्लू रावत की भी सड़क हादसे में मौत हो गई, जिससे उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।

जागरण टीम, बाराबंकी। देवा मेले से लौट रहे बाइक सवार को कार ने टक्कर मार दी। हादसे में दो की मौत हो गई, जबकि तीसरा युवक गंभीर रूप से घायल है। उसका उपचार लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में चल रहा है। हादसा देवा-चिनहट मार्ग पर गोपालपुर के पास हुआ।
कोतवाली नगर के जसमंडा गांव निवासी कुलदीप गुप्ता के 20 वर्षीय पुत्र आदित्य, रामानंद मौर्य के 18 वर्षीय पुत्र निशांत तथा राम विलास के 18 वर्षीय पुत्र धीरज मंगलवार की शाम देवा मेला देखने गए थे। वहां से तीनों एक ही बाइक पर सवार होकर देवा-चिनहट मार्ग होते हुए घर लौट रहे थे। इसी दौरान ग्वारी से पहले गोपालपुर गांव के एक तेज रफ्तार कार ने बाइक में जोरदार टक्कर मार दी।
हादसे में तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें उपचार के लिए एबुलेंस से जिला अस्पताल भेजा गया। वहां आदित्य को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। नाजुक हालात में निशांत को चिकित्सकों ने ट्रामा सेंटर लखनऊ रेफर कर दिया। ट्रामा सेंटर में घायल निशांत ने दम तोड़ दिया। तीसरे युवक धीरज का पैर टूट गया, जिनका उपचार लखनऊ के डा. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में चल रहा है।
निंदूरा: लखनऊ-महमूदाबाद मार्ग पर रीवा सीवा कस्बे के निकट मंगलवार देर रात मवेशियों को लेकर जा रहा पिकअप अनियंत्रित होकर पलट गया। चालक व मवेशियों को हल्की चोटें आईं। आसपास के लोग मौके पर पहुंचे चालक व मवेशियों को एक-एक कर बाहर निकाला। यह पिकअप वाहन सीतापुर से मवेशियों को लादकर कुर्सी स्थित एक मीट फैक्ट्री जा रहा था।
पांच बेटियों के सिर से उठा पिता का साया
पूरेडलई: टिकैतनगर के सेवढ़ा निवासी कल्लू रावत अपने साथियों के साथ फतेहपुर में एक धान व्यापारी के साथ मजदूरी करने गए थे। घर वापसी के समय मंगलवार रात सड़क हादसे में दो लोगों की मौत हो गई, जिसमें एक कल्लू भी शामिल थे। बुधवार को उनका अंतिम संस्कार किया गया। कल्लू की पांच बेटियां है, जिसमें अंजली, अन्नू, शिल्पा, प्रीति और पूनम हैं। पिता की असमय मौत से बच्चियां और बूढ़ी मां बदहवास थीं।
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