Barabanki News: सीओ सिटी हटे, कोतवाल व चौकी इंचार्ज सहित पांच लाइन हाजिर, तूल पकड़ता जा रहा लाठी चलाने का मामला
बाराबंकी में एलएलबी कोर्स की मान्यता को लेकर श्रीराम स्वरूप विश्वविद्यालय के सामने एबीवीपी कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। मुख्यमंत्री के संज्ञान लेने पर सीओ सिटी को पुलिस लाइन से संबद्ध कर दिया गया जबकि कोतवाल समेत कई पुलिसकर्मी लाइन हाजिर हुए। मंडलायुक्त और आईजी अयोध्या ने मामले की जांच की और घटनास्थल का जायजा लिया।

जागरण संवाददाता, बाराबंकी। एलएलबी कोर्स की मान्यता को लेकर श्रीराम स्वरूप विश्वविद्यालय के सामने विद्यार्थियों के साथ प्रदर्शन कर रहे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के पदाधिकारियों पर लाठी चलाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है।
मुख्यमंत्री के संज्ञान लेने के बाद सीओ सिटी हर्षित चौहान को पुलिस लाइन से संबद्ध कर दिया गया है, जबकि नगर कोतवाल आरके राना, चौकी इंचार्ज गजेंद्र विक्रम सिंह और तीन सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
इससे पहले दिनभर सीओ के निलंबन की चर्चा होती रही। शासन के आदेश पर मंडलायुक्त और आईजी अयोध्या मंगलवार को मामले की जांच करने पहुंचे और संबंधित लोगों के बयान दर्ज कर घटना स्थल का जायजा लिया।
कोतवाली नगर के चिनहट-देवा मार्ग स्थित श्रीराम स्वरूप विश्वविद्यालय में एलएलबी की मान्यता को लेकर छात्र-छात्राओं में आक्रोश था। सोमवार को बड़ी संख्या में विद्यार्थी विश्वविद्यालय गेट के सामने प्रदर्शन कर रहे थे, जिनके समर्थन में दोपहर एबीवीपी के कार्यकर्ता पहुंचे।
करीब चार बजे उग्र प्रदर्शन के दौरान स्थिति बिगड़ी और पुलिस ने लाठियां भांजनी शुरू कर दीं, जिसमें घायल 22 लोगों को ट्रामा सेंटर लखनऊ रेफर कर दिया गया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस चौकी में तोड़फोड़ की और हाथापाई में सीओ सिटी समेत पांच पुलिसकर्मी भी घायल हुए।
मेयो अस्पताल में घायलों के उपचार के दौरान एक बार फिर स्थिति बेकाबू होते होते बची। पुलिस व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे एबीवीपी के कार्यकर्ता पुलिसकर्मियों पर आक्रामक हुए तो पुलिस को वहां से भागना पड़ा।
एएसपी विकास चंद्र त्रिपाठी को भी विरोध का सामना कर लौटना पड़ा। डीएम शशांक त्रिपाठी और एसपी अर्पित विजय वर्गीय भी पहुंचे, लेकिन उनकी भी नहीं सुनी गई। घायलों को देर रात जिला अस्पताल लाया गया। इसी बीच जिलाधिकारी आवास के गेट पर पहुंचे कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुतला फूंका और नारेबाजी की।
एबीवीपी के प्रदेश स्तर के पदाधिकारी भी बाराबंकी देर रात पहुंचे गए। नगर कोतवाली पहुंचे एबीवीपी के प्रदेश मंत्री पुष्पेंद्र बाजपेई ने सीओ सिटी हर्षित चौहान, चौकी इंचार्ज गजेंद्र प्रताप, दारोगा अभिषेक राय और भाड़े पर लाए गए रोहित, अंकित व विपिन सिंह सहित कई लाेगों पर हमले का आरोप लगाया।
तहरीर में बताया गया कि हमला विश्वविद्यालय के चांसलर पंकज अग्रवाल के इशारे पर किया गया है। यह तहरीर आईजी अयोध्या को सौंप दी गई है, जिस पर जांच पूरी होने के बाद निर्णय लिया जाएगा।
एबीवीपी पदाधिकारियों संग की बैठक
शासन के आदेश पर पूरे प्रकरण की जांच करने आईजी अयोध्या प्रवीण कुमार बाराबंकी पहुंचे। एसपी व अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर पूरे प्रकरण की जानकारी ली। आरोपित सीओ हर्षित चौहान सहित कई पुलिसकर्मियों के बयान लिए।
इस दौरान वहां विश्वविद्यालय के पदाधिकारी भी मौजूद थे, जिनके बयान लिए गए। कई घंटे तक पुलिस लाइन में जांच पड़ताल के बाद घटनास्थल का जायजा लिया गया।
वहीं, विश्वविद्यालय की मान्यता की जांच के लिए पहुंचे मंडलायुक्त राजेश कुमार ने मान्यता संबंधी कागजात तलब किए हैं। शाम को राष्ट्रीय मंत्री अंकित शुक्ला के नेतृत्व ने एबीवीपी के पदाधिकारियों ने मंडलायुक्त व आईजी से प्रकरण में वार्ता की।
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