सावधान! शादी का निमत्रंण खाली कर सकता है आपका खाता, बाराबंकी पुलिस ने जारी किया अलर्ट
बाराबंकी में साइबर अपराधी एपीके फाइल भेजकर लोगों को ठग रहे हैं। शादियों के सीजन में वे निमंत्रण कार्ड के रूप में फाइल भेजते हैं जिसे खोलते ही खाता खाली हो जाता है। पुलिस ने अलर्ट जारी किया है और लोगों को जागरूक रहने की सलाह दी है। जागरूकता और सावधानी ही बचाव का एकमात्र उपाय है। साइबर अपराध होने पर 1930 पर तुरंत सूचना दें।

संवाद सूत्र, बाराबंकी। साइबर फ्रॉड का शिकार करने के लिए साइबर अपराधी एंड्रायड पैकेज किट (एपीके) फाइल को मजबूत हथियार की तरह प्रयोग कर रहे हैं। समय के साथ-साथ एपीके फाइल को नए कलेवर में भेजकर साइबर अपराधी लोगों की बैंक में जमा गाढ़ी कमाई पर डाका डाल रहे हैं। वैवाहिक सहालग में साइबर अपराधी वेडिंग इनविटेशन कार्ड के रूप में एपीके फाइल भेजते हैं, जिसको खोलते की पीड़ित का खाता साफ कर दिया जाता है। इसको लेकर यूपी पुलिस ने अलर्ट जारी कर दिया है।
साइबर थाना प्रभारी निरीक्षक संजीव यादव ने बताया कि वैवाहिक कार्यक्रमों में निमंत्रण के लिए वाट्सएप पर डिजिटल निमंत्रण का चलन तेजी से बढ़ रहा है, जिसमें पीडीएफ फाइल के जरिए आमंत्रण दिया जाता है। इसका रूप बदलकर साइबर ठग एपीके फाइल को वैवाहिक निमंत्रण के रूप में भेजते हैं। जिसको खोलते ही भुक्तभोगी का मोबाइल साइबर को एक्सेस साइबर अपराधी के पास चला जाता है और यूपीआइ व अन्य तरीकों से उसके खाते की रकम उड़ा देता है।
उन्होंने बताया कि केवल शादी का निमंत्रण ही नहीं सरकारी योजनाओं, पेंशन, बिजली के बिल व वाहन चालान और भारतीय स्टेट बैंक योनो मोबाइल एप को अपडेट करने, खाते में रुपये आने के फर्जी मैसेज सहित सामान्य रूप से एपीके फाइल प्रेषित कर साइबर ठग लोगों को लगातार चूना लगा रहे हैं।
जागरूकता ही एक मात्र उपाय
साइबर पुलिस ने बताया कि अपराधियों के एपीके फाइल के रूप में फैले जाल से बचने का मात्र एक उपाय है जागरूकता और सावधानी। आने वाली फाइलों में एपीके लिखा भी होता है, इसलिए ध्यान से पढ़कर सावधानी से फाइल डाउनलोड करें।
साइबर टीम का वार
तमाम जागरूकता अभियान के बाद भी लोग साइबर अपराध का शिकार हो जाते हैं। हालांकि समय से सूचना मिल जाने पर साइबर पुलिस काफी हद तक भुक्तभोगियों की रकम को वापस कराने में सफलता हासिल कर रही है। जिले में आए दिन साइबर फ्राड के शिकार लोगों को साइबर थाना अथवा सेल रुपये वापस कराती है।
1930 पर दें तत्काल सूचना
साइबर थाना प्रभारी ने बताया कि सजगता से साइबर अपराध से बचा जा सकता है। यदि कोई शिकार हो ही जाता है, तो उसको तत्काल साइबर क्राइम की हेल्पलाइन नंबर 1930 पर सूचना दर्ज कराएं, जिससे उसके रुपये को ब्लाक कर वापस कराया जा सके।
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