बालिका की मौत के बाद दूसरे दिन गांव पहुंची स्वास्थ्य टीम, CHC अधीक्षक ने बुखार से मौत की बात से किया इनकार
संदिग्ध बुखार से बालिका की मौत के बाद चेते स्वास्थ्य विभाग की टीम दूसरे दिन गांव पहुंची। दवा वितरण व सैंपलिंग कराई गई। सीएचसी अधीक्षक ने बुखार से मौत होने की बात से इंकार किया है। ब्लॉक त्रिवेदीगंज के बैदखेड़ा मजरे रौनी गांव निवासी राम बरन रावत की सात वर्षीय पुत्री पलक की रविवार सुबह हैदरगढ़ स्थित एक निजी अस्पताल में संदिग्ध बुखार से मौत गई थी।

संवाद सूत्र, त्रिवेदीगंज (बाराबंकी)। संदिग्ध बुखार से बालिका की मौत के बाद चेते स्वास्थ्य विभाग की टीम दूसरे दिन गांव पहुंची। दवा वितरण व सैंपलिंग कराई गई। सीएचसी अधीक्षक ने बुखार से मौत होने की बात से इंकार किया है।
ब्लॉक त्रिवेदीगंज के बैदखेड़ा मजरे रौनी गांव निवासी राम बरन रावत की सात वर्षीय पुत्री पलक की रविवार सुबह हैदरगढ़ स्थित एक निजी अस्पताल में संदिग्ध बुखार से मौत गई थी। आरोप है कि सूचना के बावजूद टीम गांव नहीं पहुंची थी। बुखार से मौत की सूचना पर सोमवार को अधीक्षक डा. हरप्रीत सिंह के साथ गांव पहुंची टीम ने 15 लोगों का परीक्षण कर दवा दी।
दो लोगों का ब्लड सैंपल प्रयोगशाला भेजा गया है। गांव में ब्लीचिंग का छिड़काव कराया गया है। गांव में भभूती, आशाराम, शिव कुमारी, महिमा (15) बीमार है। ग्रामीणों का कहना है कि साफ सफाई व दवा का छिड़काव अभी तक नहीं कराया गया था। सीएचसी अधीक्षक डा. हरप्रीत सिंह का कहना है कि अभी तक परिजन व निजी अस्पताल द्वारा कोई जांच रिपोर्ट उपलब्ध नहीं कराई गई है।
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