ABVP के पदाधिकारियों पर लाठीचार्ज मामले ने पकड़ा तूल, CM योगी के संज्ञान लेने के बाद सीओ सिटी पर हो गई कार्रवाई
बाराबंकी में श्रीराम स्वरूप विश्वविद्यालय में एलएलबी कोर्स की मान्यता को लेकर एबीवीपी कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन पर लाठीचार्ज का मामला बढ़ गया है। मुख्यमंत्री के ध्यान देने पर सीओ सिटी निलंबित और कोतवाल हटा दिए गए हैं। मंडलायुक्त और आईजी अयोध्या ने जांच कर बयान दर्ज किए और घटनास्थल का जायजा लिया। उग्र प्रदर्शन में पुलिस ने लाठियां चलाईं जिसमें 22 लोग घायल हुए।

संवाद सूत्र, बाराबंकी। एलएलबी कोर्स की मान्यता को लेकर श्रीराम स्वरूप विश्वविद्यालय के सामने विद्यार्थियों के साथ प्रदर्शन कर रहे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के पदाधिकारियों पर लाठी चलाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। मुख्यमंत्री के संज्ञान लेने के बाद सीओ सिटी हर्षित चौहान को निलंबित कर दिया गया है, जबकि नगर कोतवाल आरके राना को हटा दिया गया है। शासन के आदेश पर मंडलायुक्त और आइजी अयोध्या मंगलवार को मामले की जांच करने पहुंचे और संबंधित लोगों के बयान दर्ज कर घटना स्थल का जायजा लिया।
कोतवाली नगर के चिनहट-देवा मार्ग पर स्थित श्रीराम स्वरूप विश्वविद्यालय में एलएलबी की मान्यता को लेकर छात्रों में आक्रोश था। सोमवार को बड़ी संख्या में विद्यार्थी विश्वविद्यालय गेट के सामने प्रदर्शन कर रहे थे, जिनके समर्थन में दोपहर एबीवीपी के कार्यकर्ता पहुंचे। करीब चार बजे उग्र प्रदर्शन के दौरान स्थिति बिगड़ी और पुलिस ने लाठियां भांजनी शुरू कर दीं, जिसमें 22 लोग चोटिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस चौकी में तोड़फोड़ की और हाथापाई में सीओ सिटी समेत पांच पुलिसकर्मी भी घायल हुए। मेयो अस्पताल में घायलों के उपचार के दौरान एक बार फिर स्थिति बेकाबू होते होते बची।
पुलिस व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे एबीवीपी के कार्यकर्ता पुलिसकर्मियों पर आक्रामक हुए तो पुलिस को वहां से भागना पड़ा। एएसपी विकास चंद्र त्रिपाठी को भी विरोध का सामना कर लौटना पड़ा। डीएम शशांक त्रिपाठी और एसपी अर्पित विजय वर्गीय भी पहुंचे, लेकिन उनकी भी एक नहीं सुनी गई। घायलों को देर रात जिला अस्पताल लाया गया। इसी बीच जिलाधिकारी आवास के गेट पर पहुंचे कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुतला फूंका और पुतले को गेट के अंदर फेंकते हुए नारेबाजी की। वहां खड़ी पुलिस मूकदर्शक बनी रही।
एबीवीपी के प्रदेश स्तर के पदाधिकारी भी बाराबंकी देर रात पहुंचे गए। भाजपा के जिलाध्यक्ष अरविंद मौर्य व पूर्व जिलाध्यक्ष संतोष सिंह आदि के साथ नगर कोतवाली पहुंचे एबीवीपी के प्रदेश मंत्री पुष्पेंद्र बाजपेई ने सीओ सिटी हर्षित चौहान, चौकी इंचार्ज गजेंद्र प्रताप, दारोगा अभिषेक राय और भाड़े पर लाए गए रोहित, अंकित व विपिन सिंह सहित कई लोगों पर हमले का आरोप लगाया। तहरीर में बताया गया कि हमला विश्वविद्यालय के चांसलर पंकज अग्रवाल के इशारे पर किया गया है।
मंडलायुक्त संग पहुंचे आईजी
शासन के आदेश पर पूरे प्रकरण की जांच करने आइजी अयोध्या प्रवीण कुमार बाराबंकी पहुंचे। एसपी व अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर पूरे प्रकरण की जानकारी ली। आरोपित सीओ हर्षित चौहान सहित कई पुलिसकर्मियों के बयान लिए। इस दौरान वहां मौजूद विश्वविद्यालय के पदाधिकारी भी मौजूद थे, जिनके बयान लिए गए। कई घंटे तक पुलिस लाइन में जांच पड़ताल के बाद घटना स्थल का जायजा लिया गया। वहीं, विश्वविद्यालय की मान्यता की जांच के लिए पहुंचे मंडलायुक्त राजेश कुमार ने मान्यता संबंधी कागजात लिए।
और पुलिसकर्मियों पर होगी कार्रवाई
इस प्रकरण में अभी और पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई की गाज गिरनी शेष है, जिसमें गदिया पुलिस चौकी इंचार्ज सहित वहां के पुलिसकर्मी शामिल हैं। एसपी ने बताया कि प्रारंभिक जांच पूरी होने पर के बाद चौकी पर कार्रवाई की जाएगी।
मुकदमे की तैयारी
इस प्रकरण में पुलिस और एबीवीपी दोनों ने अपनी तरफ से मुकदमा दर्ज करने की तैयारी कर ली है। पुलिस की ओर से पांच और एबीवीपी की ओर से 22 चोटिल लोगों का मेडिकल कराया गया है। एबीवीपी ने तो तहरीर दे दी है।
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