गन्ना किसानों के लिए जबरदस्त ऑफर, इस तकनीक से खेती कर 20% तक ज्यादा उपज, बोनस लाभ भी मिलेगा
बाराबंकी में गन्ना विकास परिषद द्वारा शरदकालीन गन्ना बोआई पर किसान गोष्ठी आयोजित की गई। किसानों को मिट्टी परीक्षण, संतुलित उर्वरक उपयोग और जैविक कीट नियंत्रण के बारे में जानकारी दी गई। शरदकालीन गन्ना बोआई से अधिक उत्पादन और सहफसल का लाभ मिलता है। नए किसानों को 15 क्विंटल गन्ना बीज 50 प्रतिशत छूट पर मिलेगा।

जागरण संवाददाता, बाराबंकी। लाल बहादुर शास्त्री गन्ना किसान संस्थान लखनऊ द्वारा गन्ना विकास परिषद हैदरगढ़ के ग्राम बहुता और गंगापुर संसारा में चीनी मिल हैदरगढ़ के सहयोग से शरदकालीन गन्ना बोआई के लिए किसान गोष्ठी आयोजित की गई।
गन्ना संस्थान से आए अरुण कुमार ने किसानों से कहा कि अपनी मिट्टी की जांच जरूर कराएं। संतुलित उर्वरकों का प्रयोग करें। सामान्यतः 200 किलोग्राम नाइट्रोजन, 80 किलोग्राम फास्फोरस और 60 किलोग्राम पोटाश के साथ 30 किलोग्राम सल्फर प्रति हेक्टेयर में अवश्य प्रयोग करें। बोआई के समय दो किलोग्राम ट्राईकोडर्मा प्रति एकड़ की दर से प्रयोग करें। शरदकालीन गन्ना फसल में 15 से 20 प्रतिशत अधिक उत्पादन मिलता है।
साथ ही, सहफसल के रूप में बोनस लाभ भी होता है। कृषि विज्ञान केंद्र हैदरगढ़ के विज्ञानी डा. एसके पांडेय ने बताया कि शरदकालीन गन्ना में अर्ली शूट बोरर कीड़ा नहीं लगता है।
उन्होंने किसानों को जैविक विधि से कीट व रोग नियंत्रण समझाते हुए कहा कि ट्राइकोग्रामा के 20 हजार अंडे प्रति एकड़ की दर से 15 दिन के अंतर पर पांच बार लगाने से सभी बेधक कीटों का नियंत्रण हो जाता है। भूमिगत कीटों के लिए ब्यूवेरिया बेसियाना दो किलोग्राम प्रति एकड़ का प्रयोग करें।
जिला गन्ना अधिकारी डा. दुष्यंत कुमार ने कहा कि चीनी मिल को स्वच्छ गन्ना आपूर्ति करें, पर्ची पर गन्ना आपूर्ति कर अपना बेसिक कोटा बढ़ाए। शरदकालीन गन्ना का क्षेत्रफल बढ़ाए। उन्होंने कहा कि ट्रेंच विधि से गन्ना बोकर, सहफसली खेती, उसमें ड्रिप सिंचाई लगाकर व उत्तम पेड़ी प्रबंधन करके किसान अपनी आय दोगुनी कर सकते हैं।
ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक हैदरगढ़ दिलीप सिंह ने कहा कि को. 0118, 15023 तथा को लख 14201, 16202 गन्ना प्रजातियों की बोआई करें। हैदरगढ़ चीनी मिल के गन्ना प्रबंधक जगदीश यादव ने किसानों को चीनी मिल की योजनाएं बताते हुए कहा कि नए किसानों को 15 क्विंटल गन्ना बीज 50 प्रतिशत छूट पर दिया जा रहा है, उसका लाभ उठाएं।
चीनी मिल हैदरगढ़ समय से किसानों गन्ना मूल्य भुगतान करती है। गोष्ठी में पूर्व अध्यक्ष बृजेश कुमार त्रिपाठी, चीनी मिल से बादल सिंह, शिरीष व बड़ी संख्या में किसानों ने प्रतिभाग किया।
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