शव ठिकाने लगाने का अड्डा बना सफदरगंज क्षेत्र
- कई मामलों का अभी तक नहीं हुआ राजफाश संवादसूत्र, सफदरगंज (बाराबंकी) : लखनऊ-फैजाबाद र
- कई मामलों का अभी तक नहीं हुआ राजफाश
संवादसूत्र, सफदरगंज (बाराबंकी) : लखनऊ-फैजाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर थाना सफदरगंज का इलाका शवों को ठिकाने लगाने का अड्डा बन चुका है। बरियारपुर के निकट ट्रॉली बैग में रखकर शव जलाने जैसी कोई पहली वारदात नहीं है। इससे पहले भी थाना क्षेत्र में अज्ञात शव मिलते रहे हैं। 11 सितंबर 2017 को 30 वर्षीय युवती का शव अस्पताल की चादर से लिपटा हुआ सफदरगंज मंडी के निकट बरामद किया गया था। जिसकी आज तक शिनाख्त नहीं हुई है। इसी स्थान के निकट दो माह पूर्व एक युवक का कटा हुआ शव दो सूटकेसों में पुलिस ने बरामद किया था। एक युवती बांसा-सफदरगंज रोड पर स्थित ईदगाह के निकट पुलिया के नीचे मरणासन्न हालत में मिली थी, जिसकी ट्रामा सेंटर लखनऊ में नौ दिन बाद मौत हो गई थी। पांच साल पहले बिहार की एक महिला व उसकी पुत्री की हत्या कर उसके प्रेमी ने शवों को सफदरगंज चौराहे से कस्बे जाने वाले मार्ग किनारे सूनसान स्थान पर फेंका था, जिसे बाद में पुलिस ने पकड़ लिया था। वर्ष 2008 में लखनऊ की एक नव विवाहिता का शव सफदरगंज क्षेत्र में प्यारेपुर सरैया के निकट फेंका गया था। जिसे रातोंरात गायब कर सतरिख क्षेत्र में गोमती नदी के किनारे पहुंचा दिया गया था।
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