पटाखे खरीदने के लिए मां ने नहीं दिए 1000 रुपये तो कर ली खुदकुशी, दिवाली की खुशियों पर लगा मातम का ग्रहण
बांदा जिले के बबेरू में एक किशोर ने पटाखे खरीदने के लिए पैसे न मिलने पर आत्महत्या कर ली। अंकित ने अपनी मां से एक हजार रुपये मांगे थे, लेकिन मां ने इनक ...और पढ़ें

तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रसुतितकरण के लिए किया गया है। जागरण
संवाद सहयोगी, बबेरू (बांदा)। पटाखा खरीदने के लिए मां ने एक हजार रुपये नहीं दिए तो किशोर ने फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली त्योहार के दिन घटना होने से परिवार में खुशियों की जगह मातम छा गया।
स्वजन का दीपावली पर्व सूना हो गया । पुलिस ने घटनास्थल की जांच की है। निभौर गांव के मजरा सूखा तालाब केवटरा निवासी रामगोपाल निषाद का 16 वर्षीय पुत्र अंकित मजदूरी कर अपना खर्च चलाता था। रविवार शाम उसके पिता दीपावली की अमावस्या के चलते चित्रकूट परिक्रमा करने चले गए थे।
अंकित ने मां सुनैना से पटखा खरीदने के लिए एक हजार रुपये मांगे । इसमें मां ने कहा तुम्हारे पिता पटाखे ले आए हैं। लेकिन वह जिद में अड़ा रहा। उसका कहना था कि इतने पटाखों में नहीं होगा। स्वजन ने बताया कि मां ने रुपये देने से मना कर दिया। बाद में घर की सफाई में लग गईं।
इसी बीच अंकित मौका पाकर कमरे में गया और मां की साड़ी से अपने फंदा लगाया लिया। काफी देर बाद जब मां कमरे में गईं तो उसका शव छप्पर की धन्नी से लटका मिला। मां ने चीखकर रोते हुए घर के बाहर जाकर पड़ोसियों व अन्य को जानकारी दी। इससे तुरंत स्वजन व पड़ोसियों ने उसे फंदे काटकर नीचे उतारा। लेकिन तब तक उसकी सांसे थम चुकी थीं। वह तीन भाइयों एक बहन में दूसरे नंबर का था।
मां सुनैना का रो- रो कर बुरा हाल हैं। रोते हुए उनके मुंह से बार-बार यही निकलता रहा कि यदि मैं रुपये दे देती तो शायद मेरा लाल यह कदम नहीं उठा । कोतवाली निरीक्षक राजेंद्र सिंह राजावत ने बताया कि प्रथम दृष्टया आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। घटना की वजह के बारे में जांच की जा रही है।

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