Education News: तय समय में शिक्षकों को पूरा करना होगा पाठ्यक्रम, लगेगीं अतिरिक्त कक्षाएं
बेसिक स्कूलों के लिए हर दिन प्रार्थना सभा और ध्यान सत्र के बाद कक्षाएं शुरू करने के निर्देश हैं। साथ ही तय समय में शिक्षकों को पाठ्यक्रम को पूरा कराना होगा। इसके लिए अतिरिक्त कक्षाएं भी लगानी होंगी। प्रत्येक स्कूल में 40 मिनट का एक पीरियड होगा। प्रतिदिन 30 मिनट की रेमेडियल कक्षा चलेगी।

जागरण संवाददाता, बांदा। परिषदीय विद्यालयों में अभी तक शिक्षक बिना पीरियड के बच्चों को अध्ययन व अध्यापन कार्य करवाते हैं। जिससे अक्सर कोर्स पिछड़ जाता है और परीक्षा आने के समय जल्दबाजी में कोर्स पूरा करवाया जाता है। लेकिन अब ऐसा नहीं चलेगा। परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों को निर्धारित समय सीमा में पाठ्यक्रम को पूरा करना होगा। जिन विद्यालयों में पाठ्यक्रम पूरा नहीं होगा, वहां पर अतिरिक्त कक्षाओं का संचालन किया जाएगा।
मंडल के चारों जिलों के 4788 परिषदीय विद्यालयों में कुल 4,13,674 बच्चे पंजीकृत हैं। इसमें बांदा के 1725 स्कूलों में 1,62,399, चित्रकूट के 1256 स्कूलों में 1,04,705, हमीरपुर के 967 स्कूलों में 75,379 व महोबा के 840 स्कूलों में 71,191 बच्चे शामिल हैं। ज्यादातर परिषदीय स्कूलों में पढ़ाने का कोई शिड्यूल नहीं है।
प्रार्थना सभा के बाद शिक्षक कई कक्षाओं के बच्चों काे एक साथ बैठा कर शिक्षण कार्य करते हैं। उनका कालांश से कोई सरोकार नहीं रहता है। लिहाजा कोर्स पूरा नहीं होता। बिना कोर्स पढ़े ही बच्चों को परीक्षा देनी पड़ती या फिर परीक्षा नजदीक आने पर शिक्षक जल्दबाजी में कोर्स पूरा करवाते हैं और बच्चे शैक्षणिक रूप से सक्षम नहीं हो पाते हैं।
बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय को महानिदेशक स्कूल शिक्षा की ओर से प्राप्त हुए निर्देश में परिषदीय स्कूलों में बच्चों को शैक्षणिक रूप से प्रतिस्पर्धा में सक्षम बनाने के लिए इस साल कोर्स को समय से पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। स्कूलों में इसके लिए अतिरिक्त कक्षाओं की व्यवस्था दी गई है। साथ ही स्कूल के दौरान ही हर दिन 30 मिनट का रेमेडियल (उपचारात्मक) क्लास चलाने के भी निर्देश हैं। खेलकूद और अन्य गतिविधियों के साथ ही पढ़ाई का रुटीन तय किया गया है।
बेसिक स्कूलों के लिए जारी शैक्षणिक कैलेंडर में हर दिन प्रार्थना सभा और ध्यान सत्र के बाद कक्षाएं शुरू करने के निर्देश हैं। एक पीरिएड यानी कालांश 40 मिनट का रखा जाएगा। भोजनावकाश के पहले और बाद में इन कालांश को बराबर रखा जाएगा। शैक्षणिक कैलेंडर में हर महीने के पाठ्यक्रम को तय करने के साथ ही तय समय में इनके पूरा न होने पर अतिरिक्त कक्षाएं चलाने के निर्देश दिए गए हैं।
पढ़ाई के दौरान और छुट्टी के दिनों में भी अतिरिक्त कक्षाएं चलाकर छूटा हुआ कोर्स पूरा कराया जाएगा। हर दिन 30 मिनट एक रेमेडियल कक्षा चलाने के निर्देश दिए हैं। महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा की ओर इस संबंध में बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय को पत्र प्राप्त हुआ है। जिसमें क्रियान्वयन के निर्देश हैं।
सभी स्कूलों में पाठ़्यक्रम के अनुसार कोर्स पूरा करवाने के निर्देश हैं। महानिदेशक स्कूल शिक्षा की ओर से प्राप्त हुए निर्देशों के मुताबिक सभी स्कूलों को निर्देशित किया गया है। वह समय-समय पर निरीक्षण कर इसे पूरी तरह से लागू किया जाएगा।
रती वर्मा, सहायक निदेशक, बेसिक शिक्षा
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