प्रयागराज में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र ने की आत्महत्या, कमरे में फंदे पर लटका मिला शव
प्रयागराज के बाघंबरी रोड पर एक प्रतियोगी छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वह अपनी बहन के साथ कोचिंग के लिए निकला था, लेकिन कोचिंग न जाकर वह वापस कमरे पर लौट आया था। बहन ने उसे फंदे से लटका पाया। पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है और परिजन भी कारण बताने में असमर्थ हैं। पुलिस मोबाइल की सीडीआर निकलवाकर मामले की जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। बाघंबरी रोड पर बीएचएस कालोनी में किराये पर रहने वाले प्रतियोगी छात्र ने शनिवार को फंदे से लटककर जान दे दी। यह आत्मघाती कदम उठाने से पहले वह बहन के साथ कोचिंग के लिए निकला था, लेकिन कोचिंग न जाकर वापस कमरे पर लौट आया था।
बहन कोचिंग से वापस आई तो उसे फंदे से लटकते देखा। जार्जटाउन पुलिस ने कमरे की तलाशी ली, लेकिन कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। उसके घरवाले भी कोई कारण नहीं बता सके।
बांदा जनपद के कमासिन थानांतर्गत बरौली गांव निवासी चंद्रेश यादव के दो पुत्र व एक पुत्री ने दूसरे नंबर का 18 वर्षीय कुलदीप यादव प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करता था। वह बीएचएस कालोनी में किराये पर कमरा लेकर रहता था। उसकी बहन वंदना भी यही रहकर तैयारी करती है। शनिवार सुबह दोनों कोचिंग के लिए निकले।
वंदना तो कोचिंग चली गई, लेकिन कुलदीप कोचिंग न जाकर वापस कमरे पर आ गया। दोपहर बाद जब वंदना वापस लौटी और भाई कुलदीप को फंदे से लटकते देखा तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। वह रोने-बिलखने लगी। आवाज सुनकर मकान मालिक समेत आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। कुलदीप के आत्महत्या की जानकारी मिलते ही सभी हतप्रभ रह गए।
कुछ ही देर में जार्जटाउन पुलिस के साथ ही फोरेंसिक टीम पहुंची। जांच पड़ताल की गई। कमरे की तलाशी ली गई, लेकिन कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। रात को मृतक के स्वजन भी यहां पहुंचे। पुलिस ने उनसे बात की तो वह कोई वजह नहीं बता सके। वंदना ने पुलिस को बताया कि सब कुछ ठीक था। भाई किसी उलझन में भी नहीं था।
इतना बड़ा कदम कैसे उसने उठाया, यह समझ में नहीं आ रहा है। थाना प्रभारी संतोष सिंह ने बताया कि मृतक का मोबाइल से भेजे गए मैसेज को देखा गया, लेकिन उसमें कुछ नहीं मिला। उसके मोबाइल नंबर की सीडीआर निकलवाई जा रही है, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि किन वजहों से उसने खुदकुशी की है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।