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    मोमोज खाने वाले हो जाएं सावधान, बांदा में 20 लोग बीमार, चार की हालत गंभीर

    मोमोज खाने वालों के लिए यह खबर जरूरी है। बांदा में दुकान से मोमोज लेकर खाने की वजह से 20 लोग बीमार पड़ गए हैं। इसमें चार बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है। मोमोज खाने के बाद उल्टी दस्त व बुखार की शिकायत हुई। बीमारों में सबसे ज्यादा बच्चे शामिल हैं। स्वास्थ्य टीम ने गांव जाकर बच्चों का उपचार किया।

    By Jagran News Edited By: Anurag Shukla1Updated: Sun, 24 Aug 2025 07:58 PM (IST)
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    बांदा में मोमोज खाने से लोग बीमार हुए।

    जागरण संवाददाता, बांदा। अगर आप भी फास्ट फूड के शौकीन है तो जरा सावधान हो जाएं। मोमोज खाने की वजह से बांदा में कुछ लोगों की जिंदगी पर बन आई है। उल्टी और दस्त लगने की वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ गया। चार बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है।

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    सड़क किनारे खड़े ठेले से मोमोज खरीदकर खाने से 20 लोग बीमार हो गए। बीमारों में ज्यादातर बच्चे हैं। उन्हें उल्टी, दस्त और तेज बुखार की शिकायत हुई। गांव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती मरीजों का प्राथमिक उपचार किया गया। हालांकि हालत बिगड़ने पर चार बच्चों को रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया। चिकित्सकों का कहना है कि बच्चों की हालत अब स्थिर हैं, लेकिन कुछ समय तक चिकित्सकीय देखरेख जरूरी रहेगी। मामले की जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंची और प्रभावित मरीजों का इलाज किया।

    नरैनी तहसील क्षेत्र के मसूरी खेरवा गांव में बच्चों ने सड़क किनारे खड़े ठेले से मोमोज खरीदकर खाया। शुक्रवार को बच्चों की हालत बिगड़ गई। बच्चों को उल्टी, दस्त व बुखार के लक्षण होने लगे। जिनका गांव में ही उपचार कराया गया। हालत बिगड़ने पर शुक्रवार देर शाम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नरैनी में चार बच्चे 18 वर्षीय स्नेहा , 14 वर्षीय विवेक, 12 वर्षीय प्रिंस, नौ वर्षीय प्रीति को भर्ती कराया गया। सुधार न होने पर डा. अतुल वर्मा ने रात में ही चारों को रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज रेफर कर दिया।

    डाक्टर ने बताया कि बच्चे फूड प्वाजिंग का शिकार हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग को जानकारी मिलते ही टीम गांव पहुंची। टीम में सीएचसी बहेरी के अधीक्षक डा. देव तिवारी, डा. विनोद शामिल रहे। टीम ने रात 11 बजे तक घर- घर जाकर फूड प्वाजिंग का शिकार हुए बच्चों का इलाज किया। जिसमें 13 वर्षीय मोहिनी , छह वर्षीय माही पांच वर्षीय पीहू , 24 वर्षीय नेहा , 13 वर्षीय प्रांशु , तीन वर्षीय अंश , 40 वर्षीय मुन्नी , 12 वर्षीय पूजा , 16 वर्षीय रंजीत, 13 वर्षीय सानू ,15 वर्षीय दीपक, 16 वर्षीय सूरज , पांच वर्षीय महक , सात वर्षीय शिवा , 28 वर्षीय अरविंद, 17 वर्षीय अर्चना , 29 वर्षीय गीता , 14 वर्षीय जगवीर का उपचार गांव में कैंप लगाकर किया गया है।

    सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बहेरी के अधीक्षक डा. देव तिवारी ने बताया कि बच्चों सहित कुल 20 लोग फूड प्वाइजिंग का शिकार हुए हैं। सभी का उपचार किया गया है। मसूरी खेरवा में मोमोज खाने के बाद 20 लोगों के बीमार होने की सूचना पर स्वास्थ्य टीम वहां गई तो शिविर में 32 मरीजों का उपचार किया गया। बीमार होने से बचने के उपाय भी चिकित्सीय टीम ने बताए हैं। बुखार के 14 मरीजों की मलेरिया की जांच की गई।