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    मौरंग माफिया का कहर, दस बीघा सब्जी मशीन से रौंदी

    By JagranEdited By:
    Updated: Mon, 22 Mar 2021 05:38 PM (IST)

    संवाद सहयोगी नरैनी अवैध खनन और मौरंग घाटों की शासनस्तर पर आई जांच टीमें और कड़ी ...और पढ़ें

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    मौरंग माफिया का कहर, दस बीघा सब्जी मशीन से रौंदी

    संवाद सहयोगी, नरैनी : अवैध खनन और मौरंग घाटों की शासनस्तर पर आई जांच टीमें और कड़ी कार्रवाई के बाद भी मौरंग माफिया के हौसले पस्त नहीं हुए हैं। खेतों से होकर जबरन रास्ता बनाने के लिए जमवारा गांव के मौजा कछार का पुरवा में दस बीघा की सब्जी की फसल मशीनों से रौंद दी गई। किसानों ने विरोध किया तो धमकी दी गई। सहमे किसानों ने एसडीएम व तहसीलदार से न्याय की गुहार लगाई है। आरोप है कि मौरंग माफिया खेतों से होकर जबरन रास्ता बना रहे हैं। उनकी मेहनत मिट्टी में मिला दी। घर-परिवार के सामने दो जून की रोटी का संकट खड़ा हो गया है।

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    ग्राम जमवारा के मौजा कछार का पुरवा के बाशिदे करीब बीस वर्षों से नदी किनारे सब्जी की पैदावार कर परिवार का भरण पोषण करते हैं। सोमवार सुबह मौरंग माफिया के गुर्गे मशीनों के साथ पहुंचे और सब्जी की फसल रौंदने लगे। यह देख लोग एकजुट हुए तो धमकी दी गई। देखते ही देखते करीब दस बीघा जमीन की फसल रौंद दी गई। किसानों का आरोप है कि मशीनों से जमीन समतल कर मौरंग लदे वाहनों की आवाजाही के लिए रास्ता बना लिया गया है।

    शासन की कार्रवाई का नहीं असर, पिस रहे छोटे किसान

    मौरंग के अवैध कारोबार पर शासन का डंडा चला है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद शासनस्तर से आई तीन टीमों ने यहां की खदानों की जांच की। खनिज निदेशक डॉ. रोशन जैकब ने समीक्षा की और कई नियमों को ठेंगे पर रख खनन करने में कई पट्टाधारकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की थी। पट्टे निरस्त करने के साथ प्राथमिकी तक दर्ज कराई गईं। उसके बाद भी माफिया बेखौफ नजर आ रहे हैं। इसकी बानगी सोमवार सुबह देखने को मिली। मौजा कछार के पुरवा निवासी दादू, बच्चू, खिलावन, पप्पू ,शंभू ,सुरेश, रामदेव, रामरतन, छोटे आदि ने शिकायती पत्र में कहा है कि वह मौजा लहुरेटा-जमवारा के मध्य बुधवा घाट के किनारों में बीसों साल से केन नदी के किनारे बालू घाटों से हटकर सब्जी में लौकी, कद्दू, टमाटर, बैंगन, प्याज, तरबूज, भिडी आदि की खेती करके हरी सब्जी उगाते है। अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं।

    पैदावार बेचने गए थे अतर्रा, तभी टूटा कहर

    किसानों का कहना है कि वह लोग अपनी सब्जी बेचने अतर्रा मंडी चले गए थे। तभी मौरंग ठेकेदारों ने सब्जी की बगिया मशीन से नष्ट कर दी। वहां से मौरंग निकालने का रास्ता बना डाला। उक्त भूमि पर किसी का पट्टा भी नहीं है, मना किए जाने पर उनके गुर्गे धमकी देते हैं।

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    मशीन से सब्जी की खेती उजाड़ने की शिकायत मिली है। कानूनगो व लेखपाल को भेजकर जांच कराई जा रही है। दोषी पाए जाने पर संबंधित के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

    एसके सिंह, तहसीलदार