बांदा में सज गया करवा चौथ का बाजार, ज्वैलरी और कपड़े की दुकानों में बढ़ी रौनक
बांदा में करवा चौथ के नजदीक आते ही बाजारों में रौनक बढ़ गई है। महिलाएं सजने-संवरने और पूजा सामग्री की खरीदारी में व्यस्त हैं। मनिहारी बाजार में चूड़ियों और ज्वेलरी की धूम है। व्यापारियों को सोना-चांदी और कपड़े के कारोबार में तेजी की उम्मीद है। इस साल करवा चौथ 10 अक्टूबर को है जिसके लिए सुहागिनें बेसब्री से इंतजार कर रही हैं।

जागरण संवाददाता बांदा । करवा चौथ जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे- वैसे बाजारों की रौनक बढ़ रही है। एक ओर जहां व्यापारियों की उम्मीदें बढ़ने लगी हैं। वहीं महिलाएं भी पर्व को लेकर उत्साहित दिख रहीं हैं। करवा चौथ को लेकर महिलाओं ने सजने संवरने से लेकर पूजन सामाग्री की खरीदारी शुरू कर दी है।
इसमें ब्यूटी पार्लर की एडवांस बुकिंग शुरू हो गयी है। सबसे सुंदर दिखने के लिए महिलाओं को इस दिन का इंतजार भी रहता है। महिलाएं पति की दीर्घायु का व्रत रखने के साथ ही सबसे अधिक सुंदर भी दिखना चाहती है।
नगर में करवा चौथ के पर्व को लेकर चर्चित मनिहारी बाजार सज चुका है। यहां की रौनक कुछ अलग ही है। यहां महिलाओं ने चूड़ियों से लेकर, आर्टीफीशियल ज्वैलरी व अन्य सामान की जमकर खरीदारी शुरू कर दी है। हालात हैं कि सुबह से लेकर शात तक बाजार में भीड़ बनी रहती है। बाजार में खरीदारी को लेकर महिलाओं की खासी भीड़ उमड़ी।
इतना हो सकता है सोना-चांदी कारोबार
सराफा व्यापारी इस बार करवा चौथ में सोने का दो करोड़ और चांदी का एक करोड़ के कारोबार होने की उम्मीद जता रहे हैं। हालांकि बीते वर्ष की अपेक्षा इस बार सोने चांदी का भाव आसमान छू रहा है। फिर भी सोने चांदी की खरीदारी कम नहीं हुई है। कपड़ा कारोबार में भी तेजी आई है।
कपड़ा कारोबारियों का कहना है कि लंबे अर्से बाद त्योहारी सीजन में करवा चौथ पर करीब पांच करोड़ रुपये के कारोबार का अनुमान है। इस बार लहंगे और साड़ियों की बिक्री में तेजी आई है। बनारसी साड़ी, जार्जट साड़ियों के अलावा लहंगों की खरीदारी के लिए महिलाएं उत्साहित दिख रही है। बाजार में साड़ियों की दुकानों में भी भीड़ बड़ी हुई है।
अक्टूबर को होगा करवा चौथ
इस साल करवा चौथ का पर्व 10 अक्टूबर को मनाया जाएगा, जिसे लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। सुहागिन महिलाएं इस दिन का बेसब्री से इंतजार करती हैं क्योंकि यह व्रत पति की लंबी उम्र और सुखद दांपत्य जीवन के लिए रखा जाता है। बाजारों में अब रौनक बढ़ गई है।
मेहंदी की दुकानों से लेकर पारंपरिक साज-सज्जा का सामान खरीदने के लिए महिलाएं उमड़ रही हैं। करवा चौथ पर महिलाएं दिनभर निर्जला व्रत रखती हैं और शाम को चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद पति के हाथ से पानी पीकर व्रत खोलती हैं। इस दिन सोलह श्रृंगार का विशेष महत्व है, जिसमें सुहागिनें लाल-गुलाबी परिधान, मेहंदी, चूड़ियां, बिंदी और सिंदूर का उपयोग करती हैं।
पूजा सामग्री की भी बढ़ रही मांग
त्योहार से पहले बाजार में रौनक छाई है। थाल सजाने और पूजा की सामग्री खरीदने के लिए खास उत्साह है। करवा व छलनी की भी अच्छी मांग है, जो इस पर्व की पूजा में जरूरी होते हैं। कपड़ों, आभूषणों और सौंदर्य प्रसाधनों की दुकानों पर भीड़ देखने को मिल रही है। मेहंदी के स्टाल पर महिलाएं सुंदर डिजाइनों की मांग कर रही हैं।
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