बुंदेलखंड को बनाएंगे भारत का प्रो-रेसलिंग हब
जागरण संवाददाता बांदा संघर्षो के दंगल से विश्व रेसलिंग के प्लेटफॉर्म तक पहुंचे गुरुराज उर्फ

जागरण संवाददाता, बांदा : संघर्षो के दंगल से विश्व रेसलिंग के प्लेटफॉर्म तक पहुंचे गुरुराज उर्फ रुद्रा का सपना बुंदेलखंड को देश का प्रो-रेसलिंग हब बनाने का है। वर्ल्ड रेसलिग इंटरटेनमेंट (डब्ल्यूडब्ल्यूई) में दुनिया के रेसलर्स को चुनौती दे रहे रुद्रा ने अमेरिका से लौटने पर दैनिक जागरण से अनुभव और भविष्य की कार्ययोजना साझा की। यूं रहे सवाल-जवाब
कैसा रहा अमेरिका का अनुभव?
इसी साल पांच जनवरी को जब अमेरिका पहुंचा तो प्रतिद्वंदी के साथ ही सबसे बड़ी चुनौती भाषा और भोजन थी लेकिन शाकाहारी भोजन मिल गया और अंग्रेजी ने संवाद में मदद दी। 20 दिनों के बाद पहली फाइट जीत राय से हुई जो मेरे टैग पार्टनर थे। वहीं रिग में तीन-तीन फाइटरों की एक साथ भिड़ंत हुई। ये मेरा दूसरा मैच था। रुद्रा ने बताया कि मेरी अगुवाई में तीन भारतीयों ने अमेरिका, इजिप्ट व चीन के रेसलरों से मुकाबला किया।
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अब आगे क्या तैयारी है?
रुद्रा ने बताया कि भारत में क्रिकेट के बाद दर्शक रेसलिग खूब देखते हैं। अब वह यहां एक नया एपिसोड डब्ल्यूडब्ल्यूई नेक्स्ट इंडिया लाएंगे। इस वर्ष के अंत तक सोनी चैनल पर सप्ताह में एक दिन एपिसोड का प्रसारण होने की संभावना है। इसके लिए बातचीत चल रही है।
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ब ंदेलखंड में अकादमी का अनुभव कैसा रहा?
रुद्रा ने बताया कि बांदा में रेसलिंग का प्रचलन बिलकुल नया है लेकिन बड़ी संख्या में युवा यहां आकर राइजिंग रेसलिंग इंटरटेनमेट (आरडब्ल्यूई) अकादमी ज्वाइन कर रहे है। इसका संचालन कर रहे रुद्रा के बड़े भाई लाखन सिंह राजपूत ने बताया कि वर्तमान में नेपाल, बिहार, राजस्थान, हरियाणा, उत्तराखंड, पंजाब आदि से आए 13 रेसलर्स को प्रशिक्षित कर रहे है। जैसे हरियाणा को कुश्ती का गढ़ कहा जाता है, वैसे ही बुंदेलखंड की तस्वीर बदलनी है। इस भूमि को भारत में प्रो रेसलिग का हब बनाएंगे। बुंदेलखंड की छिपी प्रतिभाओं को निखारकर देश के सामने लाएंगे।
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