यूरो सर्जन ने बिना चीरा वृद्ध की किडनी से निकाली 40 एमएम की पथरी
ना जाने वाला बुंदेलखंड अब उच्च शिक्षा

यूरो सर्जन ने बिना चीरा वृद्ध की किडनी से निकाली 40 एमएम की पथरी
जागरण संवाददाता, बांदा : कभी अति पिछड़े क्षेत्र के रूप में जाना जाने वाला बुंदेलखंड अब उच्च शिक्षा के साथ आधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं में भी एक नया मापदंड स्थापित कर रहा है। रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज में वृद्ध की किडनी में मौजूद 40 एमएम की पथरी को बिना चीरा दुरबीन विधि से निकाल दिया गया। करीब एक घंटे तक आपरेशन चला। कालेज की यह बड़ी कामयाबी है। प्राचार्य ने चिकित्सक स्टाफ को बधाई दी।
रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज बांदा कुछ दिनों से लगातार उपलब्धियां हासिल कर रहा है। यहां एक के बाद एक लगातार ऐसे आपरेशन हो रहे हैं, जो आम जनमानस मे चर्चा का विषय बन रहे हैं। मेडिकल कालेज में कार्यरत यूरो सर्जन डाक्टर सोमेश त्रिपाठी ने एक महिला की किडनी में मौजूद 45 एमएम की पथरी का सफल आपरेशन करके सब को हैरत में डाल दिया था। सोमवार को फिर उन्होंने फतेहपुर निवासी एक मरीज की पेशाब की थैली की लगभग 40 एम एम पथरी दूरबीन पद्धति से बिना चीरा लगाए सफलता पूर्वक निकाल दी।
मरीज रामकृपाल (58) के पेशाब की थैली में लगभग 40 एमएम की पथरी और प्रोस्टेट की भी समस्या थी। मरीज का काफी दिनों से तमाम जगहों से इलाज कराकर स्वजन थक गए थे। तभी उन्हें बांदा मेडिकल कालेज में कार्यरत यूरो सर्जन सोमेश त्रिपाठी के बारे में जानकारी मिली और वे बांदा आ गए। डाक्टर सोमेश त्रिपाठी ने रामकृपाल को भर्ती कर लिया और दूरबीन पद्धति से बिना चीरा लगाए उनकी पेशाब की थैली के अंदर ही पथरी को तोड़ कर सफलता पूर्वक पथरी बाहर निकाल दी। साथ ही दूरबीन पद्धति से प्रोस्टेट का भी आपरेशन कर दिया। लगभग एक घंटे तक चले इस ऑपरेशन में डा. सोमेश त्रिपाठी का एनेस्थीसिया डा. प्रिया दीक्षित , डा. सुशील पटेल, स्टाफ नर्स सुषमा, शिवम, वार्ड ब्वाय आशीष व राम विजय आदि ने सहयोग किया। आपरेशन के बाद मरीज के पुत्र रामप्रकाश और मेडिकल कालेज प्राचार्य डा.मुकेश कुमार यादव ने इस बड़ी कामयाबी पर डा. सोमेश की सराहना की है।
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