यूपी के इन जिलों में बनेगें सीएम मॉडल स्कूल, मिलेंगी बेहतर सुविधाएं; 12 वीं तक मिलेगी मुफ्त शिक्षा
बांदा मंडल में सीएम मॉडल स्कूल खुलने जा रहे हैं जहाँ प्री-प्राइमरी से 12वीं तक की मुफ्त शिक्षा मिलेगी। स्कूलों में आधुनिक कक्षाएं खेल सुविधाएं और कौशल विकास केंद्र होंगे। प्रत्येक तहसील में एक स्कूल खुलेगा जिसके लिए जमीन तलाशी जा रही है। सरकार का लक्ष्य शिक्षा के साथ छात्रों का कौशल विकास करना है। सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।
बलराम सेंगर, बांदा। मंडल के चारों जिलों में सीएम माडल स्कूल खोलने कवायद शुरू हो गई है। शासन से स्कूल के लिए जमीन की तलाश करके प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिए हैं। विभाग ने सीएम माडल स्कूल खोलने के लिए तहसीलों में भूमि की तलाशनी शुरू कर दी है। इस स्कूल में प्री-प्राइमरी से लेकर कक्षा 12वीं तक पठन-पाठन कराया जाएगा।
शासन की इस महत्वाकांक्षी योजना में एक ही छत के नीचे प्री-प्राइमरी से 12 कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए हर तरह की सुविधाएं मिलेंगी। इस स्कूल को खोलने के लिए 25 बीघे जमीन की आवश्यकता पड़ेगी।
मंडल के चारों जिलों में कुल 16 तहसीलें हैं। इसमें बांदा में पांच, महाेबा में तीन, चित्रकूट व हमीरपुर में चार-चार तहसीलें हैं। इन तहसीलों में सीएम माडल स्कूल खोले जाने की कवायद शुरू हो गयी है। शासन से मिले निर्देश पर इनके लिए जमीन की तलाश की जा रही है। हालही में शासन से मिले निर्देशानुसार सभी तहसीलों में एक-एक सीएम माडल स्कूल स्थापित किए जाने हैं, जिसमें प्री-प्राइमरी से लेकर इंटरमीडिएट तक की शिक्षा प्रदान की जाएगी।
इन स्कूलों की खासियत यह होगी कि एक ही छत के नीचे प्री-प्राइमरी से लेकर इंटरमीडिएट तक की शिक्षा तो मिलेगी ही साथ ही आधुनिक कक्षाएं, खेल सुविधाएं, विज्ञान व कंप्यूटर लैब, मल्टीपर्पज हाल, साफ व स्वच्छ जल व बेहतर शौचालय, सेनेटरी पैड वेंडिंग मशीन आदि की सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी।
शासन की मनसा है कि बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ कौशल विकास को भी विकसित होना चाहिए। इसके लिए इन स्कूलों में स्किल हेल्प सेंटर आदि की सुविधाएं उपलब्ध होंगी। सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टि से यह स्कूल सीसीटीवी कैमरे समेत सुरक्षा गार्ड आदि से लैस होंगे।
प्री-प्राइमरी से इंटरमीडिएट तक की निश्शुल्क शिक्षा
सीएम माडल स्कूलों में प्री-प्राइमरी से इंटरमीडिएट तक की निश्शुल्क शिक्षा एक ही छत के नीचे मिलेगी। इसके लिए अभिभावकाें को कोई शुल्क नहीं देना होगा। यहां पर एक बार प्रवेश मिलने के बाद 12वीं तक की शिक्षा मुफ्त में मिलेगी। इसमें प्रवेश प्रक्रिया में आमतौर पर आनलाइन या आफलाइन आवेदन, दस्तावेजों का सत्यापन और कुछ मामलों में प्रवेश परीक्षा शामिल होती है।
कुछ मामलों में प्रवेश प्रक्रिया में लाटरी सिस्टम का उपयोग भी किया जाता है। लेकिन यहां पर एक बार प्रवेश मिलने के बाद 12वीं तक की अच्छी व बेहतर शिक्षा निश्शुल्क मिलेती है।
आधुनिक कक्षाएं
सीएम माडल स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम, डिजिटल लाइब्रेरी, विज्ञान और कंप्यूटर लैब की सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। ताकि बच्चों को बेहतर से बेहतर शिक्षा मिल सकें। इन स्कूलों में मल्टीपर्पज हाल, शुद्ध पेज जल व बेहतर शौचालय आदि की सुविधाएं मिलेंगी।
खेलकूद की सुविधाएं
स्कूल कालेजों में दिन प्रतिदिन खेल के प्रति लगाव कम होता जा रहा है। बहुत से सरकारी स्कूल हैं जिनके खेल के मैदान का अभाव है।ऐसे मेें बच्चों के खेलने की रुचि खत्म होती जा रही है। लेकिन सीएम माडल स्कूलों में इनका विशेष ध्यान रखा गया है। यहां पर खेल के मैदान, ओपन जिम, बैडमिंटन कोर्ट व अन्य खेल सुविधाएं उपलब्ध होगीं। पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए स्कूलों में यह मैदान के साथ-प्रागंण को पेड़-पौधों से रमणीक स्थल बनाया जाएगा। ताकि हरियाली व स्वच्छ वातावरण में अच्छी शिक्षा मिल सके।
स्वास्थ्य सुविधाएं
परिषदीय विद्यालयों का हाल यह है कि वहां पर फस्ट एड बाक्स है ही नहीं, जहां हैं वहां पर खाली पड़े हैं। लेकिन सीएम माडल स्कूलों में प्राथमिक उपचार की बेहतर व्यवस्था होगी। इसके लिए एक कक्ष भी तैयार किया जाएगा। इसके साथ यहां पर सेनेटरी पैड वेंडिंग मशीन आदि की सुविधा होगी।
शिक्षा के साथ-साथ कौशल विकास पर जोर
दरअसल सरकार की मनसा है कि छात्रों को अध्ययन के साथ कौशल प्रशिक्षण भी दिया जाए ताकि उनकी स्किल बढ़ सके और वह 12वीं पास करते ही अपना पूर्ण विकास कर सके। सरल तरीके से शिक्षा ग्रहण करने के बाद जब छात्र 12वीं की परीक्षा पास कर लेता है तो उसके सामने सबसे सबसे बड़ी समस्या आगे बढ़ने या फिर रोजगार की होती है। इन स्कूलों में शिक्षा के साथ-साथ स्किल हेल्प सेंटर, कंप्यूटर व भाषा प्रयोगशाला जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी।
शिक्षक व स्टाफ के लिए आवास
सीएम माडल स्कूलों के प्रभावी संचालन के लिए शिक्षकों, प्रिंसिपल व अन्य स्टाफ के लिए आवास की सुविधा भी प्रदान की जाएगी। ताकि आने जाने में शिक्षकों समय व कार्य क्षमता प्रभावित न हो। स्कूल में रह कर ही बेहतर शिक्षा व प्रशिक्षण प्रदान किया जा सके।
सुरक्षा व्यवस्थाएं
सीएम माडल स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था बेहतर होगी। यह स्कूल सीसीटीवी कैमरे से लैस होगें। बाहर से लेकर अंदर तक लगे सीसीटीवी से निगरानी रहेगी। इसके अलावा इन स्कूलों में सुरक्षा गार्ड भी तैनात रहेगें।
जमीन के लिए एसडीएम को मिली जिम्मेदारी
मंडल के चाराें जिलों में सीएम माडल स्कूल स्थापित करने के लिए तहसीलों में जमीन तलाशनी शुरू हो गयी है। जिला स्तरीय गठित कमेटी में एसडीएम को यह जिम्मेदारी मिली है। इसके लिए बांदा के पैलानी तहसील के सिंधन कला गांव में जमीन मिल चुकी है। वहीं अन्य जिले भी जमीन की तलाश में जुटे हुए हैं। हालांकि पूर्व में चित्रकूट के कर्वी में, हमीरपुर के मौदहा तहसील के रीवन में व महोबा में निर्माणाधीन है।
-सीएम माडल बनाने को लेकर निर्देश मिले हैं जमीन तलाशने के साथ प्रस्ताव भेजने के लिए सभी बीएसए कार्यालयों को भेजे गये हैं। इन स्कूलों में प्री प्राइमरी से 12वीं तक की पढ़ाई एक ही छत के नीचे होगी।\\B प्रेम प्रकाश मौर्या, प्रभारी सहायक शिक्षा निदेशक, बेसिक शिक्षा\\B
सीएम माडल स्कूल
शिक्षा : प्री-प्राइमरी से 12वीं तक
मंडल में तहसीलों की संख्या : 16
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