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    शादी से पहले ही गिरफ्तार हुई दुल्हन, शक होने पर दूल्हे ने बुलाई थी पुलिस… पूछताछ में कारनामों के कई रहस्य उजागर

    Updated: Wed, 25 Dec 2024 06:21 PM (IST)

    बांदा में एक लुटेरी दुल्हन और उसके गैंग के चार सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यह गिरोह शादी का झांसा देकर लोगों को ठगता था। गैंग लीडर धर्मेंद्र ने बताया कि उसने बांदा के जमालपुर में छह लोगों को ठगी का शिकार बनाया था जबकि लुटेरी दुल्हन ने फर्रुखाबाद छतरपुर के सोयपुर और उरई में भी शादी की थी।

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    लुटेरी दुल्हन ने इसके पहले फर्रुखाबाद, छतरपुर के सोयपुर व उरई में भी शादी की थी।

    जागरण संवाददाता, बांदा। शादी का झांसा देकर ठगी करने वाली लुटेरी दुल्हन व उसके गैंग लीडर समेत चार आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस की पूछताछ में उनके कारनामों के कई रहस्य उजागर हुए हैं। पकड़े गए गैंग लीडर ने बांदा जिले के ही जमालपुर क्षेत्र में छह लोगों को इस प्रकार की ठगी का शिकार बनाया था, जबकि लुटेरी दुल्हन ने इसके पहले फर्रुखाबाद, छतरपुर के सोयपुर व उरई में भी शादी की थी। 

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    नोटरी से हुई शादी के बाद पति के साथ कुछ दिन रही। बाद में सभी जगहों से दूल्हों के लाखों के जेवर व नकदी समेत कर फरार हो गई थी। लुटेरी दुल्हन का निशाना अब यहां के जमालपुर गांव का शंकर उपाध्याय भी बनने वाला था। गनीमत रही कि उसे शक हुआ और उसने पुलिस को सूचना दे दी, जिससे आरोपी युवती व उसके तीन साथियों को पुलिस ने दबोच कर जेल भेजा है।

    यह है पूरा मामला

    देहात कोतवाली के ग्राम जमालपुर निवासी शंकर उपाध्याय को उसकी शादी कराने के लिए बदौसा कस्बा के ग्राम बरछा निवासी विमलेश वर्मा ने झांसा दिया था, जिसके एवज में विमलेश ने डेढ़ लाख रुपये की मांग की थी। शंकर ने विमलेश को पांच हजार रुपये एडवांस के तौर पर दे दिया था। 

    इसके बाद विमलेश ने अपने गिरोह के सरगना कानपुर के सजेती निबियाखेड़ा निवासी धर्मेन्द्र प्रजापति को मामले में शामिल किया था। पिछले सप्ताह गुरुवार को विमलेश व धर्मेंद्र ने शंकर को ज्योति पुत्री चेतराम निवासी कस्बा माधौगढ़ जनपद जालौन को शादी के लिए जमालपुर गांव में दिखाया था। 

    शंकर को शादी की नोटरी कराने के लिए सोमवार को कचहरी बुलाया गया था, लेकिन इसके एक दिन पहले ही ज्योति का नाम आधार कार्ड में पूनम लिखा देखकर शंकर उपाध्याय को ठगे जाने का शक हो गया था। 

    सूचना देने पर देहात कोतवाली प्रभारी आनंद कुमार ने मुकदमा दर्ज करते हुए गैंग लीडर धर्मेंद्र, ज्योति, विमलेश व संजना गुप्ता पत्नी अंकित गुप्ता निवासी सजेती जनपद कानपुर को रविवार शाम महोखर चौराहे से गिरफ्तार कर लिया था। 

    तीन बार पहले भी कर चुकी है ठगी

    पुलिस की पूछताछ में पकड़ी गई लुटेरी दुल्हन ने बताया था कि वह तीन बार पहले भी इसी तरह ठगी कर चुकी थी। इसी तरह गैंग लीडर धर्मेंद्र ने बताया कि वह ज्योति सहित अन्य कई युवतियों के संपर्क में रहता है। उसने छह लोगों को पूर्व में ठगी का शिकार बनाया है। 

    पुलिस को पकड़े गए आरोपियों के पास से पूर्व में की गई शादियों की कई नोटरियां व आधार कार्ड मिले हैं। पुलिस सभी का सत्यापन करा रही है। पुलिस के रडार में दस लोग हैं, जिनके नंबरों को पुलिस ने सर्विलांस में लगाया है। 

    ज्योति के आधार कार्ड में भी कानपुर आईआईटी का पता लिखा मिला है। इससे पुलिस कानपुर को अपनी सुरागरसी का आधार बना रही है। सीओ सिटी राजीव प्रताप सिंह ने बताया कि मामले की जांच कराई जा रही है। गैंग के अन्य सदस्य भी बेनकाब हो सकते हैं।

    रिमांड लेने के लिए संबंधित थानों को दी सूचना

    देहात कोतवाली प्रभारी आनंद कुमार ने बताया कि ज्योति जहां-जहां पहले लूट कर चुकी है। उनके संबंधित थानों को सूचना दी गई है। जिससे वहां की पुलिस भी जेल भेजे गए आरोपियों को न्यायालय से रिमांड में लेकर पूछताछ कर सके।

    गढ़ खंगालने को कानपुर रवाना हुई पुलिस टीम

    पुलिस ने जिस लुटेरी दुल्हन ज्योति व गैंग लीडर धर्मेंद्र समेत उनके दो साथियों को गिरफ्तार किया है। उनके आधार कार्डों में पुलिस को कानपुर के अलग-अलग जगह का पता मिला है। कोतवाली प्रभारी आनंद कुमार ने बताया कि उनके गढ़ कानपुर को खंगाला जा रहा है। इसके लिए पुलिस टीम बुधवार सुबह कानपुर रवाना हो चुकी है।