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    यूपी के इस जिले को कूड़े के ढेर से मिलेगी निजात, दिल्ली की कंपनी लगाएगी मशीनें... जल्द शुरू होगा सीवेज प्लांट

    Updated: Sun, 02 Feb 2025 03:29 PM (IST)

    बांदा शहर के खाली प्लॉटों और हठेठी पुरवा के बालू खनन गड्ढों में जमा कूड़े के निस्तारण के लिए सी एंड डी वेस्ट कलेक्शन सेंटर एंड प्रोसेसिंग यूनिट में तीन करोड़ की मशीनें लगने जा रही हैं। 50 साल से अधर में लटके सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को भी बजट की दरकार है। शहर के 31 वार्डों में लगभग डेढ़ लाख लोग रहते हैं।

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    दिल्ली की कंपनी तीन करोड़ कीमत की लगाएगी मशीनें। (तस्वीर जागरण)

    जागरण संवाददाता, बांदा। शहर के खाली पड़े प्लॉटों में लगे कूड़े के ढेर समेत हठेठी पुरवा में बालू खनन के गड्ढों में डंप कूड़े के निस्तारण करने की कवायद शुरू कर दी गई है। हटेटी पुरवा में लगभग पांच करोड़ की लागत से बने सी एंड डी वेस्ट कलेक्शन सेंटर व प्रोसेसिंग यूनिट में तीन करोड़ की मशीनें इंस्टॉल की जानी हैं।

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    इसमें मशीनों के लगाने की जिम्मेदारी नई दिल्ली की आयुषी हाईजीन प्रा.लि. कंपनी को मिला है। इसके लिए पिछले सप्ताह नई दिल्ली से आई टीम ने ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया है। मार्च माह में मशीनों के आने की उम्मीद भी की जा रही है।

    वहीं, 50 वर्ष से कनवारा बाइपास में निर्माणाधीन सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को बजट की दरकार है। इसमें शहर के कई मुहल्लों में पाइप लाइन भी करीब 37 वर्ष पहले पड़ गई थी, लेकिन बजट के अभाव में निर्माध अधर में लटका है।

    शहर के 32 वॉर्डों की आबादी डेढ़ लाख है 

    शहर के 31 वॉर्डों में कुल करीब एक लाख 56 हजार आबादी है। इन सभी मोहल्लों से प्रतिदिन 55-60 टन कूड़ा निकलता है। इसके लिए 31 कूड़ा गाड़ियां लगी हैं, जो प्रतिदिन सुबह घर-घर जाकर कूड़ा एकत्र करतीं हैं, लेकिन प्रतिदिन निकलने वाले कूड़े को शहर से करीब पांच किलोमीटर दूर हठेठी पुरवा के पास एक बालू खनन से हुए एक बड़े गड्ढे में चार वर्ष से डंप किया जा रहा है।

    कूड़ा निस्तारण के लिए डंपिंग स्थल के पास लगभग पांच करोड़ की लागत से कूड़ा निस्तारण केंद्र तीन वर्ष पहले सीएंडडीएस (कांस्ट्रक्शन एंड डिजाइन सर्विसेज) कंपनी ने बनाकर तैयार कर दिया था। मशीनों के न होने के कारण यह निष्प्रयोज्य था, लेकिन अब मशीनें लगा कर इसके संचालन की तैयारी की जा रही हैं।

    नई दिल्ली की आयुषी हाईजीन प्रा.लि. कंपनी को यहां पर तीन करोड़ की कीमत से मशीनों को लगाकर डंप करीब 10 लाख टन कूड़े व प्रतिदिन निकलने वाले कूड़े को 11 वर्ष तक के लिए कूड़ा निस्तारण की जिम्मेदारी दी है। पिछले सप्ताह नई दिल्ली स्थित आयुषी हाईजीन प्रा.लि. कंपनी के तीन सदस्यीय टीम ने मशीनों को भेजकर लगाए जाने के लिए हटेटी पुरवा स्थित कूड़ा निस्तारण केंद्र का निरीक्षण किया है। मार्च माह से मशीनों के आने की उम्मीद है।

    सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को बजट की दरकार, अधर में लटका निर्माण

    शहर के कनवारा बाइपास के पास पांच दशक पूर्व शुरू हुई इस योजना की शुरुआती लागत मात्र 90 लाख रुपये थी। अब यह बढ़कर 62 करोड़ पहुंच गई। जल निगम 16वीं शाखा को यह काम सौंपा गया है। वर्ष 1979 में इस्टीमेट तैयार किया गया था। जल निगम ने कई बार संशोधित इस्टीमेट भेजकर पैसा लिया लेकिन काम पूरा नहीं हो सका। अब जल निगम ने पांच वर्ष पहले अमृत योजना के तहत सीवर योजना का संशोधित इस्टीमेट 62 करोड़ का भारत सरकार को भेजा है, जो मिल नहीं सका।

    योजना के तहत कई साल पूर्व कैलाशपुरी, कटरा, बाकरगंज, बलखंडीनाका, पद्माकर चौराहा, छावनी, क्योटरा, कंचनपुरवा, छाबी तालाब, नोनिया मोहाल, जेल रोड आदि में सीवर पाइप लाइन बिछाई जा चुकी है। पंपिंग स्टेशन और पाइप लाइन ध्वस्त होती जा रही है। शहर से करीब पांच किलोमीटर दूर कनवारा रोड में बना आक्सीडेशन पाउंड और ट्रीटमेंट प्लांट भी जर्जर होने लगा है। फिलहाल सीवर ट्रीटमेंट प्लांट को बजट की दरकार है।

    शहर के खाली प्लॉटों में कूड़े के लगे ढेर, खुले हैं नाले

    शहर के 31 वार्डों में करीब दो सौ से ज्यादा खाली प्लाट पड़े हैं। इनमें कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। हालांकि नगर पालिका में दो सौ से ज्यादा सफाई कर्मी हैं जो मुहल्लों की सफाई का ख्याल रख रहे हैं, लेकिन प्लाटों में कूड़े के ढेर से नगर बदहाल है। वहीं नगर पालिका क्षेत्र में तीन बड़े व करीब एक दर्जन से ज्यादा छोटे नाले हैं। जिनसे शहर की जल निकासी होती है। इनकी सतह तक सफाई न होने व ढकें न रहने से गंदगी से शहर वासी परेशान रहते हैं। बारिश के समय में इन नालों का गंदा बदबूदार पानी घरों में भर जाता है।

    बंगाली पुरा के रहने वाले साकेत मिश्रा ने बताया कि कूड़ा निस्तारण की इकाई तो स्थापित कर दी गई, लेकिन मशीनों के अभाव में सब बेकार है। मशीनें लगने से प्रतिदिन निकलने वाले कूड़े को निस्तारित किया जा सकेगा।

    सुनीता गोस्वामी ने कहा कि हठेठी पुरवा के डंपिंग स्थल में भी कूड़ा इधर उधर फैलता है। प्लांट शुरू होने से समस्या से निजात मिलेगी। खाली प्लाटों में लगे कूड़े के ढेर को भी नगर पालिका को हटवाना चाहिये।

    नगर पालिका परिषद की चेयरमैन मालती बासू ने बताया कि जल्द ही तीन करोड़ रुपये की कीमत से मशीनें लगनी हैं। मशीनों के लगने के बाद कूड़े का नियमित निस्तारण किया जाने लगेगा। जल्द ही मशीनें लगेंगी।

    अधिशाषी अधिकारी नीलम चौधरी ने बताया कि कूड़े के डंप को भी कंपनी निस्तारित करेगी। अगले माह से मशीनें लगनी शुरू होनी हैं। नई दिल्ली की आयुषी हाईजीन प्रा.लि. कंपनी को मशीनें लगाकर निस्तारित करने की जिम्मेदारी दी गई है। 

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