UP News: तस्वीर सोचने को कर देगी मजबूर! एंबुलेंस नहीं मिली तो इस जुगाड़ से 60KM दूर अस्पताल पहुंचाया मरीज
बांदा में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही सामने आई जहाँ मरका थाना क्षेत्र के एक गाँव में एंबुलेंस न मिलने पर परिजन मरीज को जुगाड़ वाहन से अस्पताल ले गए। 58 वर्षीय देवराज की हालत बिगड़ने पर घंटों एंबुलेंस के लिए फोन किया गया पर संपर्क नहीं हो पाया। मजबूरी में 60 किलोमीटर दूर जुगाड़ से जिला अस्पताल पहुंचाया गया जहाँ उसका इलाज चल रहा है।

जागरण संवाददाता, बांदा। स्वास्थ्य विभाग की अव्यवस्थाओं का एक नमूना गुरुवार को शाम जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर पर देखने को मिला। जहां अस्पताल के मुख्य गेट पर एक जुगाड़ वाहन पर एक बीमार मरीज को लिटाकर लाया गया था। यह जुगाड़ वाहन मजबूरी में प्रयोग किया गया।
एक बीमार मरीज के लिए लगातार कई घंटे तक एंबुलेंस बुलाई गई लेकिन एंबुंलेंस नहीं पहुंची थी । मामला जिले के मरका थाना क्षेत्र के मऊ गांव का है। पिंडारन गांव के जीत साहू के पास उसकी ससुराल मऊ से फोन आया कि उसके 58 वर्षीय साले देवराज की तबीयत अचानक बहुत खराब हो गई है।
सूचना पर जीत पिंडारन गांव से मऊ पहुंचा, जहां उसे पता चला कि परिवार और पड़ोसी घंटों से एंबुलेंस के लिए फोन कर रहे हैं, लेकिन काल लगातार फेल हो रही है। कुछ बार फोन मिला भी तो पूरी बात ही नहीं हो पाई। इस बीच देवराज कीहालत बिगड़ती जा रही थी, तेज बुखार और दर्द से मरीज कराह रहा था।
मजबूर होकर जीत साहू ने पहले से ही तैयार अपनी जुगाड़ बाइक पर मरीज को लिटा दिया। फिर बिना समय गंवाए, 60 किलोमीटर का सफर तय करते हुए सीधे जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर पहुंच गया। अस्पताल में पहुंचते ही डाक्टरों ने मरीज का इलाज शुरू किया।
फिलहाल देवराज का इलाज चल रहा है और हालत स्थिर बताई जा रही है। हालांकि इस पूरे घटनाक्रम ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की हकीकत को एक बार फिर उजागर कर दिया है।ग्रामीणों का कहना है कि एंबुलेंस सेवा का नंबर 108 और 102 कई बार घंटों तक रिस्पान्ड नहीं करता।
कभी फोन नहीं लगता, तो कभी आपरेटर की तरफ से उचित जवाब नहीं मिलता। ऐसे में गंभीर मरीजों को अक्सर निजी साधनों या जुगाड़ के सहारे अस्पताल पहुंचाना पड़ता है, जो उनकी जान के लिए बड़ा जोखिम है।
सीएमओ डा. बिजेंद्र सिंह से जब इस मामले में बात की गई, तो उन्होंने कहा कि तकनीकी खराबी और काल सेंटर पर बढ़ते दबाव के कारण ऐसी परेशानी आई है। मामले की जांच कराई जाएगी। दावा किया कि समस्या के समाधान के लिए कठोर कदम उठाए जा रहे हैं।
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