अब 'युक्त धारा पोर्टल' से तैयार की जाएगी ग्राम पंचायतों की कार्य योजना, मनरेगा में भ्रष्टाचार पर लगेगी रोक
बलरामपुर में ग्राम पंचायतों की कार्य योजना अब 'युक्त धारा पोर्टल' से बनेगी। इस नई व्यवस्था से मनरेगा में भ्रष्टाचार रोकने में मदद मिलेगी। पोर्टल का उद्देश्य योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता लाना है, जिससे ग्राम विकास को बढ़ावा मिलेगा और कार्यों की निगरानी बेहतर ढंग से हो सकेगी।

युक्त धारा पोर्टल से तैयार की जाएगी ग्राम पंचायतों की कार्य योजना।
संवाद सूत्र, बलरामपुर। गांव में चल रहे मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) में भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के उद्देश्य से युक्त धारा एप माध्यम से पंचायत कार्यों की योजना बनाई जा रही। पायलेट प्रोजेक्ट के तहत जिले के प्रत्येक ब्लाक से एक-एक ग्राम पंचायत का चयन कर यह व्यवस्था को लागू की गई है।
प्रयोग सफल रहा तो वित्तीय वर्ष 2026-27 में इसे सभी ग्राम पंचायतों में लागू किया जाएगा। मनरेगा में फर्जी भुगतान और गड़बड़ी की शिकायतें आम हो चुकी हैं। इसी को लेकर युक्त धारा एप के माध्यम से ग्राम पंचायतों में कार्य योजना तैयार करने की प्रक्रिया शुरू की गई है।
उपायुक्त मनरेगा सुशील कुमार अग्रहिर ने बताया कि अभी पायलट प्रोजेक्ट के रूप में पहले चरण में नौ ब्लाकों से एक- एक पंचायतों का चयन कर लागू किया गया है। इस एप में कार्य योजना में बदलाव और संशोधन नहीं किया जा सकेगा। कार्य योजना में प्रदर्शित कार्य क्रम से ही होंगे।
अब तक ग्राम प्रधान और सचिव सूची में अंकित कार्यों को छोड़ कर अन्य कार्य कराते थे, लेकिन एप से बनी कार्य योजना में ऐसा नहीं होगा। कार्य योजना में किसी भी कार्य को कराने के बाद उसका भुगतान होने के बाद ही अन्य कार्य शुरू किया जा सकेगा।
बताया कि पहले चरण में ब्लाक के उस गांव का चयन किया गया जो वर्ष 2024-25 में सबसे अधिक कार्य कराके मनरेगा का बजट खर्च किए हैं। इसमें विकास खंड गैंसड़ी के चरनघहिया, उतरौला के बरायल, गैंडास बुर्जुग के इटईरामपुर, हरैयासतघरवा के घनघटा, बलरामपुर के सेखुइकला, तुलसीपुर के नौवा, पचपेड़वा के सेमरहना, रेहराबाजार के दतलुपुर व श्रीदत्तगंज के अगयाबुर्जुग शामिल हैं।

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