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    Vegetables Price Hike: लगातार बारिश से सब्जियों के दाम में बढ़ोतरी, टमाटर 100 के पार

    पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश का असर अब मैदानी क्षेत्रों में भी दिखने लगा है। साथ ही इसका असर घर की रसोई तक पहुंच गया है। बाहर से आने वाली लोकल सब्जियों के दाम तेजी से बढ़ने लगे हैं। इस दिनों टमाटर 100 रुपये प्रतिकिलो के पार पहुंच चुका है जबकि प्याज की कीमत 20 रुपये से 50 रुपये तक पहुंच गई है।

    By Mangal Dev Giri Edited By: Abhishek Pandey Updated: Sun, 07 Jul 2024 11:14 AM (IST)
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    भाव बढ़ने से कम हुई टमाटर की बिक्री (फोटो -जागरण)

    संवाद सूत्र, बलरामपुर। एक सप्ताह से लगातार बारिश होने से जिले में बाहर से आने वाली व लोकल सब्जियों के दाम तेजी से बढ़े हैं। सब्जियों के दाम बढ़ने मध्यमवर्गीय परिवार के किचन का बजट गड़बड़ा गया है। जिले में आलू, टमाटर प्याज का उत्पादन कम है, लेकिन खपत ज्यादा है।

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    जिले में मांग को पूरा करने लिए आलू, टमाटर, प्याज आदि सब्जी दूसरे राज्य से आती है। आलू इंदौर से, प्याज नासिक से और टमाटर बेंगलुरु से आता है। विक्रेता सलीम ने बताया कि सब्जी के दाम बढ़ने के दो मुख्य कारण हैं। बेंगुलुरु में लगातार भारी बारिश होने से टमाटर की फसल को काफी नुकसान हुआ है। इस लिए सबसे ज्यादा टमाटर के दाम बढ़े है।

    100 रुपये के पार पहुंचा टमाटर

    फुटकर में टमाटर 100 से 120 रुपये प्रति किग्रा में बिक रहा है। इस वर्ष आलू व प्याज की पैदावार देश में कम हुई है। इस लिए जो कोल्डस्टोरेज में जमा आलू को अधिक मुनाफे के चक्कर में किसान बेच नहीं रहे हैं। इसलिए बाजार में आलू, प्याज की कमी होने पर दामों में बढ़ोतरी हो रही है।

    सब्जी पहले अब (मात्रा किग्रा)

    आलू 20 से 25 - 25 से30,

    हरी धनियां-  100 से 200

    भिंडी 20 से 40

    टमाटर 40 से 100

    हरीमिर्च 50 से 100

    करेला (हरा) 15 से 30

    प्याज 20 से 50

    लौकी 25 से 45

    शिमला मिर्च 30 से 55

    पानी भरने से फसल का नुकसान

    लगातार भारी बारिश के चलते किसानों के खेत में पानी भर गया है। इससे सब्जियों की फसल का नुकसान हो रहा है। हरी सब्जियों की पैदावार में कमी है। जिले में हरी सब्जियां ज्यादातर नदी व नालों के किनारे किसान उगाते हैं। नदी व नालों में बाढ़ आने से सब्जी की फसल अधिकांश स्थानों पर डूब चूकी है, जो भा बढ़ने का प्रमुख कारण है।

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