उज्जवला योजना में सिलेंडर लेने वाली 24% महिलाओं की अटकी सब्सिडी, कहीं आपने भी तो नहीं की ये गलती?
बलरामपुर में उज्जवला योजना के 24% लाभार्थियों ने केवाईसी नहीं कराई है, जिससे उनकी सब्सिडी रुक सकती है। दो लाख 24 हजार लाभार्थियों में से केवल 76% ने केवाईसी की है। दिसंबर तक केवाईसी न कराने पर आठवां और नौवां सिलेंडर बिना सब्सिडी के मिलेगा। पेट्रोलियम कंपनियां लाभार्थियों को केवाईसी के लिए प्रोत्साहित कर रही हैं, जिसके लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन विकल्प उपलब्ध हैं।

अमित श्रीवास्तव, बलरामपुर। उज्जवला योजना के अंतर्गत निश्शुल्क रसोई गैस कनेक्शन पाने वाली महिलाओं की सब्सिडी पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। कारण, जिले में 24 प्रतिशत से अधिक लाभार्थियों ने केवाईसी नहीं कराई है। जिले में उज्जवला योजना की दो लाख 24 हजार लाभार्थी हैं।
इनके सापेक्ष मात्र 76 फीसदी की ही केवाईसी हो सकी है। 53,760 (24 प्रतिशत) महिलाओं ने केवाईसी करने में रुचि नहीं दिखाई है। ऐसे में नौ बार गैस सिलेंडर रिफिल कराने पर मिलने वाली 300 रुपये की सब्सिडी से लाभार्थी वंचित हो सकतीं हैं।
एक वर्ष में नौ गैस सिलेंडर रिफिल पर लाभार्थी को सब्सिडी मिलती है। इसके लिए लाभार्थी को हर वित्तीय वर्ष में सब्सिडी कराना अनिवार्य है।
सभी लाभार्थियों ने दिसंबर तक यदि कनेक्शन की केवाईसी नहीं कराई तो आठवां व नवां सिलिंडर बिना सब्सिडी के मिलेगा। यानी सिलिंडर लेने पर तीन-तीन सौ रुपये की सब्सिडी नहीं मिलेगी। घरेलू गैस उपभोक्ताओं को भी अनिवार्य रूप से केवाइसी करानी है।
ऐसा न होने पर इनको मिलने वाली 59.05 रुपये की भी सब्सिडी रोकी जा सकती है। पंट्रोलियम कंपनियां केवाईसी कराने के लिए लाभार्थियों को प्रोत्साहित भी कर रहे हैं। यहां दो लाख 24 हजार उज्जवला योजना की लाभार्थी हैं। इनको रसोई गैस का कनेक्शन निश्शुल्क दिया गया था।
साथ ही साल में नौ बार रसोई गैस सिलेंडर रीफिल कराने पर प्रति सिलेंडर तीन सौ रुपये की सब्सिडी भी दी जाती है। लाभार्थी रसोई की पूरी कीमत का भुगतान करती हैं और सब्सिडी की राशि उनके बैंक खाते में आ जाती है।
इस व्यवस्था का उद्देश्य गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले परिवारों की महिलाओं को भोजन बनाने में कोई दिक्कत न होने देना है। लगातार जागरूकता के बाद भी 24 प्रतिशत लाभार्थियों ने केवाईसी नहीं कराई है।
खुद भी कर सकते हैं केवाईसी
उज्जवला योजना के कनेक्शनधारकों को केवाईसी कराने के लिए विकल्प दिए गए हैं। खुद भी क्यूआर कोड या लिंक- https://www.pmuy.gov.in/e-kyc.html पर जाकर केवाईसी कर लें। यदि ऐसा नहीं कर पा रहे हैं तो एजेंसी संचालक के शोरूम पर जाकर भी केवाइसी करा सकते हैं।
हाकर भी कर रहे केवाईसी
जो ग्राहक एजेंसी पर पहुंचने और खुद से केवाईसी करने में असमर्थ हैं, उनके यहां एजेंसी का हाकर पहुंचकर केवाईसी कर रहे हैं। हाकर अपने मोबाइल फोन से ग्राहक की फेशियल बायोमीट्रिक कर देते हैं। एजेंसी पर फेशियल या अंगूठे की बायोमीट्रिक की जाएगी।
(इस हेल्पलाइन पर लें जानकारी- 18002333555)
उज्जवला योजना की लाभार्थियों को दिसंबर तक कनेक्शन की केवाइसी करा लेनी है। ऐसा न होने पर आठवां व नवां सिलेंडर बिना सब्सिडी रीफिल होगा। यदि अगले वर्ष 31 मार्च तक केवाईसी हो जाएगी तो रोकी गई सब्सिडी मिलेगी। जिले में अब तक 24 प्रतिशत लाभार्थियों ने केवाईसी नहीं कराई है।
- सूरज शुक्ल, सहायक प्रबंधक बिक्री एलपीजी एचपीसीएल

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