Religion Conversion Gang in UP : जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा को लेकर एक बार फिर सुर्खियों में बलरामपुर का ‘उतरौला’
Religion Conversion Gang in UP उतरौला के सुभाषनगर में छांगुर बाबा की बुटीक की दुकान शनिवार को भी खुली थी। रविवार को मुहर्रम के कारण दुकान बंद थी। बताते हैं कि सामान्य दिनों की तरह ही दुकान खुल रही है। एटीएस ने 40 बैंक खातों में हर वर्ष करोड़ों का लेन देन होने की बात कही है।

अमित श्रीवास्तव, जागरण, बलरामपुर : हिंदू युवतियों को प्रेमजाल में फंसाकर उनका मतांतरण कराने के मास्टरमाइंड उतरौला के मधपुर गांव निवासी जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा की गिरफ्तारी के बाद उतरौला एक बार फिर सुर्खियों में है।
इससे पहले यहां के अबु यूसुफ उर्फ मुस्तकीम खान का नाम आइएसकेपी में आने के बाद एटीएस ने कार्रवाई की थी। उतरौला के सुभाषनगर में छांगुर बाबा की बुटीक की दुकान शनिवार को भी खुली थी। रविवार को मुहर्रम के कारण दुकान बंद थी। बताते हैं कि सामान्य दिनों की तरह ही दुकान खुल रही है।
छांगुर बाबा ने दो वर्ष में ही मधपुर गांव में करीब तीन बीघे में आलीशान मकान बना लिया। उतरौला में कपड़े का शोरूम खोल लिया। मकान अभी भी निर्माणाधीन है। मकान के अंदर जाने के लिए बड़ा गेट बना है। यहां पर आम आदमी बिना अनुमति के अंदर न आ सके, इसलिए खूंखार कुत्ते पाल रखे हैं। दीवारों पर कटीले तारों के साथ सीसी कैमरा लगे हैं। इससे बाहर की गतिविधि को अंदर कंट्रोल रूम में बैठकर देखा जा सके।
बताया जाता है कि मकान में 40 से 50 लोग रहते हैं। सब उसके मतांतरण गिरोह के करीबी लोगों के परिवार से हैं या उसके मुरीद हैं। छांगुर बाबा अपने को पीर बताता था। मकान के अंदर मदरसा भी है। छांगुर बाबा की गिरफ्तारी के बाद से उसकी करतूत परत दर परत खुलने लगी है। मकान के आसपास सन्नाटा पसरा दिखा। पड़ोसी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं।
40 बैंक खातों के संचालकों पर नजर
एटीएस ने 40 बैंक खातों में हर वर्ष करोड़ों का लेन देन होने की बात कही है। इससे विदेश से फंडिंग की भी बात सामने आई है। इन बैंक खातों का संचालन करने वाले अभी पकड़ से दूर हैं। बैंक खातों से करोड़ों रुपये आखिर किसने निकाले। यदि नकद निकाले गए तभी उनका नाम सामने आ जाएगा। बैंक खाता संचालकों पर सुरक्षा एजेंसियों की नजर है। बताते हैं कि गैंड़ासबुजुर्ग का एक व्यक्ति छांगुर बाबा के मेडिकल कॉलेज बनाने के सपने को पूरा करने के लिए करोड़ों का वारा न्यारा कर गायब हो गया।
कोतवाली से मात्र दो किमी दूर आवास
छांगुर बाबा का मधपुर का आवास उतरौला कोतवाली से मात्र दो किमी दूर है। छांगुर बाबा मतांतरण कराने का गंदा खेल खेलता रहा, लेकिन पुलिस को इसकी भनक तक न लगना बड़ा सवाल है।
इससे पहले बढ़या भैसाही के अबु यूसुफ उर्फ मुस्तकीम खान की 22 अगस्त 2020 में गिरफ्तारी के बाद उतरौला के सुर्खियों में था। अबु यूसुफ उर्फ मुस्तकीम खान के इस्लामिक स्टेट आफ खुरासान प्रोविंस (आइएसकेपी) से कनेक्शन सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश एटीएस ने उसको गिरफ्तार किया था और प्रकरण समाचार पत्रों से लेकर टीवी चैनलों और इंटरनेट मीडिया पर छाया था।
छांगुर बाबा और अबु यूसुफ की कारस्तानी की स्थानीय पुलिस व खुफिया विभाग को भनक तक नहीं लगी। आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) की कार्रवाई के बाद ही स्थानीय पुलिस को भनक लगी। यह कार्रवाई पुलिस और खुफिया विभाग की सक्रियता पर भी बड़ा सवाल है।
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