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    बलरामपुर में राप्ती नदी के जलस्तर में वृद्धि, पानी छोड़े जाने से बढ़ने लगी गांव वालों की चिंता

    Updated: Sun, 14 Sep 2025 10:44 AM (IST)

    बलरामपुर में लोगों को बारिश का इंतजार है लेकिन शनिवार को बादल बिना बरसे चले गए। नेपाल में बारिश से राप्ती नदी का जलस्तर चेतावनी बिंदु पार कर गया जिससे बाढ़ की आशंका बढ़ गई है। श्रावस्ती बैराज से पानी छोड़ा गया है। ललिया क्षेत्र के ग्रामीणों को नदी के जलस्तर में वृद्धि से परेशानी हो रही है क्योंकि सड़कों पर पानी आने से आवागमन बाधित हो गया है।

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    राप्ती नदी का जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती गांव के लोगों को सता रही बाढ़ की चिंता। जागरण फोटो

    जागरण संवाददाता, बलरामपुर।  जिले के लोगों को झमाझम बारिश का इंतजार है। शनिवार को भी दोपहर में अचानक आसमान में बादल छा गए, लेकिन पूरे जिले में बरसे बिना चले गए। दोपहर दो बजे के आसपास जिला मुख्यालय के तुलसीपार्क, रमनापार्क क्षेत्र में करीब 30 मिनट तेज बारिश हुई। बाकी शहर में फुहार ही गिरा।

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    दूसरी तरफ नेपाल के पहाड़ों पर बारिश से राप्ती नदी व बूढ़ी राप्ती में पानी भर गया। राप्ती नदी का जलस्तर दोपहर दो बजे तक जलस्तर चेतावनी बिंदु 103.620 मीटर को पार कर 103.690 मीटर तक पहुंच गया है।

    जलस्तर में यह बढ़ोतरी नेपाल से छोड़े गए पानी के कारण दर्ज की गई है। पहाड़ पर बारिश होने के बाद राप्ती बैराज श्रावस्ती से 40 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार शाम के बाद से जलस्तर में गिरावट आने की उम्मीद व्यक्त की है।

    जलस्तर चेतावनी बिंदु पार करने से तटवर्ती गांव के लोगों को बाढ़ की चिंता सताने लगी है। अपर जिलाधिकारी ज्योति राय ने बताया कि जिले में अभी बाढ़ नहीं है। फिर भी तटवर्ती गांवों के लेखपालों को अलर्ट कर दिया गया। नजर रखी जा रही है।

    आस-पास के गांवों के ग्रामीणों को परेशानी

    ललिया क्षेत्र में बूढ़ी राप्ती नदी के जलस्तर में वृद्धि से आस-पास के गांवों के ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। नदी का पानी गांगों के संपर्क मार्गों पर आ जाने से चंदनजोत, बरगदी, साखीरेत के लोगों के लिए दिक्कत का सबब बन गई है।

    बरगदी गांव के निवासी छोटकऊ ने बताया कि बच्चों और बुजुर्गों को सड़क पार कराना बेहद कठिन हो गया है। तेज बारिश से कई हिस्सों में बाढ़ जैसे संकट उत्पन्न हो गए हैं।