समूह की शक्ति से तैयार होगी हसरतों की ‘नर्सरी’
पवन मिश्र, बलरामपुर : पौधारोपण व बागवानी की इच्छा होते हुए भी तमाम लोग यह कार्य नहीं कर पाते थे। कारण, उनको मनपसंद पौधे नजदीक में नहीं मिल पाते थे। इसे देखते हुए सरकार अब महिला स्वयं सहायता समूहों से हसरतों की नर्सरी तैयारी कराने जा रही है।
सदर ब्लाक व गैड़ास बुजुर्ग ब्लाक में एक-एक हाईटेक नर्सरी का निर्माण मनरेगा से किया जाएगा। साल भर इसका संचालन मनरेगा से व बाद में महिला स्वयं सहायता समूह खुद करेंगी। दोनों ब्लाकों में चयनित महिला स्वयं सहायता समूह एक हेक्टेयर क्षेत्रफल जमीन लीज पर लेंगी। मनरेगा से उसे समतल कराकर बाड़ लगाकर घेरा जाएगा। नर्सरी तैयार होने के बाद उसमें तरह-तरह के फल, फूल व छायादार पौधे उगाए जाएंगे। साल भर नर्सरी का पूरा कार्य मनरेगा से कराया जाएगा। यहां तक कि सिंचाई व पौधे के बीज का खर्च भी मनरेगा से ही निकाला जाएगा। साल भर के बाद पौधों की बिक्री से हुई आमदनी से सिंचाई, खाद समेत अन्य खर्च व महिलाओं को मजदूरी दी जाएगी। बचे हुए मुनाफे से समूह आर्थिक स्थिति सुधारकर सभी सदस्यों को लाभ पहुंचाएंगे।
सदर ब्लाक के कटिया व गैड़ास बुजुर्ग में बनेगी नर्सरी : सदर ब्लाक के कटिया गांव में परवीन बानो व गैड़ास बुजुर्ग की अंजू का समूह पिछले दो वर्षो से गन्ने की नर्सरी लगा रहा है। इनकी नर्सरी से गन्ने की पौध समितियां व किसान खरीद कर उसकी सराहना कर चुके हैं। इसे देखते हुए अब इन्हीं की देखरेख में हाईटेक नर्सरी तैयार कराकर संचालन विभाग कराएगा। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के जिला प्रबंधक अनिमेष श्रीवास्तव ने बताया कि दोनों समूहों ने खेत लीज पर ले लिया है। मनरेगा से नर्सरी निर्माण के लिए प्राक्कलन बन रहा है।
स्टीमेट स्वीकृति होते ही शुरू कराएंगे कार्य : उपायुक्त दोनों नर्सरी का स्टीमेट बनाकर स्वीकृति को भेजा है। मंजूरी मिलते ही कार्य शुरू करा दिया जाएगा। साल भर में नर्सरी तैयार कर महिला समूहों को दे दी जाएगी।
- सूबेदार सिंह यादव, उपायुक्त मनरेगा