भाई ने मीठे वचन कहे तो क्रोध और चढ़ आया है..
परशुराम-लक्ष्मण संवाद का मंचन देख दर्शक आनंदित राज्यमंत्री ने कलाकारों का किया उत्साहवर्द्धन

बलरामपुर :
लक्ष्मण - 'हे मुनिवर, सुख का संवाद कभी-कभी दु:ख का कारण बन जाता है, मीठा और मधुर बोलने से तोता पिजरे में आता है। अधिक जो मीठा होता है वह अपना नाश कराता है, मीठे गन्ने को देखो तो कोल्हू में पेरा जाता है। भाई ने मीठे वचन कहे तो क्रोध और चढ़ आया है, सबसे पहले बोल उठे इसलिए चोर ठहराया है। अच्छा अपराधी हमीं सही हमीं ने जहर निचोड़ा है, अब जो कुछ करना हो स्वामी शिवधनुष हमीं ने तोड़ा है। बालकपन में धनुही तोड़ी तो स्वामी तनिक न रिसाए,इस धनुहे में क्या लाल लगा जो स्वामी इतना गरमाए।' परशुराम-लक्ष्मण का यह संवाद हरिहरगंज बाजार में श्रीश्री 108 बाल बजरंगदल रामलीला समिति में सोमवार की रात हुए मंचन का है। जब मिथिला में श्रीराम धनुष यज्ञ के दौरान प्रत्यंचा चढ़ाते हैं तो धनुष टूट जाता है। जिस पर क्रोधित परशुराम व लक्ष्मण के बीच तीखा संवाद होता है। श्रीराम कहते हैं 'शिवधनुष तोड़ने वाला कोई शिवप्यारा ही होगा, जिसने ऐसा अपराध किया है वह दास तुम्हारा ही होगा।' राम की मधुर वाणी सुनकर परशुराम कहते हैं 'हे राम तुम्हारी बातों से नरमाई मुझमें आती है, पर देख तुम्हारे भ्राता को छाती जलने लग जाती है।' परशुराम की भूमिका में संजीव कुमार मिश्र, राम के किरदार में अनिल मिश्र व लक्ष्मण का पात्र कर रहे वैभव मिश्र के अभिनय पर दर्शकों ने खूब ताली बजाई। राज्यमंत्री पल्टूराम ने मंच पर पहुंचकर कलाकारों का उत्साहवर्द्धन किया। आयोजन में समिति अध्यक्ष राकेश शुक्ल, धर्मेंद्र मिश्र, नीरज मिश्र, पूर्व प्रधान रामराज उपाध्याय, अरविद तिवारी, बलभद्र प्रसाद शुक्ल, अतवारी गुप्त का विशेष योगदान रहा। उधर श्रीश्री 108 श्री रामलीला संकीर्तन समाज बहादुरपुर की रामलीला में रामायण के विभिन प्रसंगों का मंचन देख दर्शक खूब आह्लादित हो रहे हैं। सोमवार की रात मुख्य अतिथि राज्यमंत्री पल्टूराम ने कलाकारों की प्रशंसा करते हुए श्रीराम के जीवन आदर्शों को आत्मसात करने की नसीहत दी। कमेटी अध्यक्ष रामबहादुर वर्मा, शेषराम यादव, विपिन मिश्र मौजूद रहे।
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