पूरा हो ओवरब्रिज का सपना, जाम से छूटे शहर अपना
दो स्थानों पर ओवरब्रिज निर्माण की हो रही मांग ट्रेनों की आहट से ठप हो जाता यातायात
बलरामपुर : जिले की आबादी 21 लाख से अधिक है। जिला मुख्यालय होने के नाते वाहनों का आवागमन अधिक रहता है। तुलसीपुर, गोंडा व उतरौला को जाने वाले लोगों को नगर के अंदर से ही आवागमन करने की मजबूरी है। रेलवे क्रासिग के बंद होते ही नगर की रफ्तार थम जाती है। एनएच 730 पर ओवरब्रिज का निर्माण अधर में लटक गया है। ऐसे में नगरवासियों को जाम के झाम से निजात नहीं मिल पा रही है। बहराइच मार्ग पर झारखंडी मंदिर के पास रेलवे क्रॉसिग पर ओवरब्रिज जरूरी है। ट्रेन के निकलने के समय क्रॉसिग बंद होते ही दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग जाती है। जिससे लोगों को घंटों जाम में जूझना पड़ता है। शुरू हुई थी सुगबुगाहट फिर लटक गई कवायद
- बाइपास मार्ग शुरू कराने के लिए कई वर्षों से मांग चल रही है। टू-लेन ओवरब्रिज निर्माण के लिए प्रदेश सरकार ने लोक निर्माण विभाग से रिपोर्ट भी ली है, लेकिन बजट के अभाव में लटका है। जबकि एनएच 730 पर झारखंडी मंदिर के पास ओवरब्रिज के लिए बजट मिला, लेकिन विभाग की उदासीनता के कारण निर्माण लटक गया। सड़क किनारे फुटपाथ खाली कराने के लिए चिह्न लगाया गया था। लोगों को अतिक्रमण हटाने की नोटिस जारी होती उससे पहले ही लोक निर्माण विभाग ने सर्विस लेने के लिए जगह कम होने का बहाना कर पत्रावली भारत सरकार को लौटा दी। तब से मामला लटका हुआ है। जिम्मेदार के बोल:
अपर जिलाधिकारी अरुण कुमार शुक्ल का कहना है कि झारखंडी रेलवे क्रॉसिग पर ओवरब्रिज प्रस्तावित है। निर्माण होने से जाम की समस्या से निजात मिल जाएगी।
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