आधी आबादी का विश्वास, नए बजट में होगा कुछ खास
बजट को लेकर महिलाओं में खासा उत्साह वित्तमंत्री के बजट पर टिकी निगाहें

बलरामपुर : एक फरवरी को केंद्र सरकार के आने वाले बजट पर सभी की निगाहें टिकी हैं। कोरोना महामारी की मार के कारण हर कोई आर्थिक किल्लत से जूझ रहा है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक महिला हैं, इसलिए गृहणियों को उनके बजट से काफी उम्मीदें हैं। महंगाई से राहत की चाह लिए आधी आबादी विशेष सहूलियत मिलने का इंतजार कर रही है। सबको भरोसा है कि नए बजट से लड़खड़ा रही रसोई को नई ऊर्जा मिलेगी।
- आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को केंद्र सरकार ने रसोई सिलिडर दे दिया है, लेकिन सिलिडर की कीमत पर नियंत्रण रखने का प्रयास होना चाहिए। किचन के बजट को लेकर भी इस बार वित्तमंत्री से काफी उम्मीद है। -रेखा चौरसिया, गृहणी
- महिला वित्त मंत्री से आधी आबादी को उम्मीद अधिक है। उन्हें चाहिए कि महिलाओं के लिए विशेष योजना संचालित करें, जिससे वह वास्तविक रूप से सशक्त बन सकें। गृहणियों की जरूरत को ध्यान में रखकर बजट बनने की उम्मीद है। - खुशबू, गृहणी
-रोजगार से जुड़ी महिलाओं को काफी उम्मीद है। निजी संस्थानों में काम करने वाली महिलाओं के लिए विशेष सुविधा दी जाए। कार्य स्थल पर शोषण बंद किया जाए। गृहणियों को राहत देने वाला बजट हो। मोनिका शर्मा, गृहणी
-गृहणियों को रसोई गैस सस्ता चाहिए। साथ ही खाने-पीने की सामग्री पर मनमाना मूल्य लगाने वालों पर अंकुश लगाया जाए। खाद्य पदार्थों की कीमतें घटने से महंगाई पर नियंत्रण होगा। -शीलू, गृहणी नन्हे-मुन्नों को ऊपरी आहार से दूर रखने की दी नसीहत
बलरामपुर : बाल विकास परियोजना कार्यालय उतरौला में उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन हुआ। इसमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को ऊपरी आहार की गुणवत्ता, मात्रा, विविधता, बारंबारता एवं गाढ़ेपन के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
सीडीपीओ सत्येंद्र कुमार सिंह ने केवल पेट भरने वाले भोजन और दिमाग, लंबाई-वजन बढ़ने वाले भोजन के बारे में समझाया। कहाकि मां अपने बच्चों की बाहर की वस्तुएं न खिलाएं। उन्हें घर के बने भोजन का ही सेवन कराएं। सुपरवाइजर किरन त्रिपाठी ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को महिलाओं को पोषक आहार नियमित रूप से वितरित करने की नसीहत दी।

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