देवी के चरण पखार गोसेवा कर मुख्यमंत्री अभिभूत
सीएम ने कलश स्थापित कर किया दर्शन-पूजन 17 घंटे छावनी में तब्दील रहा तुलसीपुर

बलरामपुर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दूसरा घर कहे जाने वाले शक्तिपीठ देवीपाटन मंदिर तुलसीपुर का वातावरण शनिवार सुबह और सुरम्य दिखाई पड़ा। मौका था चैत्र नवरात्र के पहले दिन का। मुख्यमंत्री ने गर्भगृह में मां पाटेश्वरी के चरण पखार विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की। कलश स्थापित कर दुर्गा सप्तशती का पाठ किया। इसके बाद मुख्यमंत्री पारंपरिक रूप से मंदिर परिसर स्थित गोशाला में पहुंचे। वहां गायों को गुड़, दलिया व हरा चारा खिलाकर गोसेवा की। गोसेवकों से गायों का हालचाल पूछा। इस दौरान मंदिर के पीठाधीश्वर महंत मिथिलेश नाथ योगी साथ रहे। इसके बाद सीएम ने भवनियापुर हेलीपैड पहुंचकर सिद्धार्थनगर के लिए उड़ान भरी।
दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ शुक्रवार की शाम पहली बार जिले में आए थे। शाम पांच बजे जनकपुर में नव निर्मित शिव मंदिर में पूजन-अर्चन किया। अयोध्या से आए पंडितों ने षोडशोपचार विधि (16 तरह की सामग्री) से भगवान शंकर व शिव परिवार का पूजन अर्चन कराया। नवनिर्मित पीर रत्ननाथ का दलीचा व अतिथि गृह को भी देखा। इसके बाद सीएम कार्यकर्ताओं व भाजपा पदाधिकारियों से कुछ पल के लिए मिले। शक्तिपीठ देवीपाटन मंदिर में रात विश्राम किया। छावनी बना रहा तुलसीपुर : मुख्यमंत्री करीब 17 घंटे तुलसीपुर में रहे। इस दौरान तुलसीपुर छावनी में तब्दील रहा। आदिशक्ति मां पाटेश्वरी पब्लिक स्कूल भवनियापुर स्थित हेलीपैड से देवीपाटन मंदिर तक चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान मुस्तैद रहे। शुक्रवार शाम से शनिवार सुबह तक मंदिर परिसर में आमजन का पूजन-अर्चन सामान्य रहा। सीएम की मौजूदगी के दौरान जिले के आला अधिकारी व पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूले रहे। मुख्यमंत्री के हेलीकाप्टर ने सिद्धार्थनगर के लिए उड़ान भरी, तो प्रशासन ने राहत की सांस ली।
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