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    बलरामपुर में 12 पशुओं में मिले लंपी के लक्षण, विभाग ने शुरू किया टीकाकरण; पशुपालक कंट्रोल रूम में कर सकते हैं संपर्क

    Updated: Wed, 08 Oct 2025 04:30 PM (IST)

    बलरामपुर में गोवंशीय पशुओं में लंपी रोग के लक्षण मिलने से पशुपालन विभाग सतर्क हो गया है। सदर और रेहरा बाजार में 12 पशुओं में लक्षण पाए गए हैं। बचाव के लिए टीकाकरण अभियान शुरू किया गया है और पशुपालकों को जागरूक किया जा रहा है। पशु चिकित्सालय में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है जहाँ पशुपालक जानकारी ले सकते हैं।

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    पचपेड़वा के इमिलिया कोडर गोआश्रय केंद्र में गाय को टीका लगाते पशुधन प्रसार अधिकारी सुनील कुमार।

    संवाद सूत्र, बलरामपुर। गोवंशीय पशुओं में बीमारी फैल रही है। दो विकास खंडों सदर व रेहरा बाजार में 12 पशुओं में लंपी के लक्षण मिले है। इसको लेकर पशु पालन विभाग सतर्क हो गया है। राजकीय पशु चिकित्सालय में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। साथ ही सभी विकास खंडों में अभियान चलाकर पशुओं का टीकाकरण शुरू कर दिया गया है। लंपी वाइरस (स्किन डिजीज) से पशुओं को बचाने के लिए टीकाकरण के साथ पशुपालकों को जागरूक भी किया जा रहा है। गोशाला संचालकों को भी बीमारी से बचाव व लक्षण बताया जा रहा है। अब तक करीब नौ हजार से अधिक गायों का टीकाकरण किया गया है। गोआश्रय केंद्रों में संरक्षित बेसहारा जानवरों को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है।

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    लंपी के लक्षण

    यह वायरस जनित रोग है, जिसमें पशुओं के शरीर पर गांठें निकल आती हैं जो बाद में घाव का रूप ले लेती हैं। तेज बुखार, भूख न लगना, नाक व मुंह से पानी गिरना इसके प्रमुख लक्षण हैं।

    पशुपालकों के लिए जरूरी सावधानियां 

    बीमार पशुओं को तुरंत स्वस्थ पशुओं से अलग कर दें। और बिना देरी किए नजदीकी पशु चिकित्सालय से संपर्क करें। पशुओं के आश्रय स्थल को साफ-सुथरा रखें। नियमित रूप से मच्छर-मक्खी रोधी दवाओं का छिड़काव करें। नीम की पत्तियों का धुआं करने की सलाह दी गई है। साथ ही सोडियम हाइपोक्लोराइट के घोल का छिड़काव करें।

    मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. राजेश शर्मा ने बताया कि सदर विकास खंड व रेहराबाजार में 12 पशुओं में लंपी बीमारी का लक्षण मिला है। सभी पशुओं का टीकाकरण कराया गया है। बताया कि जिले को अभी तक 16 हजार वैक्सीन मिली हैं। इनमें से करीब 54 गोशाला व गांवों में अब तक नौ हजार से अधिक वैक्सीन लगाई जा चुकी है। वर्तमान में 12,768 गोवंशीय पशु 115 आश्रय स्थलों में संरक्षित हैं। पशु अस्पतालों, चिकित्सक समेत सभी स्टाफ को अलर्ट पर रखा गया है।

    कंट्रोल रूम जारी

    पशुपालकों की सुविधा के लिए राजकीय पशु चिकित्सालय सदर में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। पशुपालक मोबाइल नंबर पर 9452008634 पर संपर्क कर सकते हैं। विभाग ने साफ किया कि सतर्कता और समय पर टीकाकरण ही इस बीमारी से पशुओं को सुरक्षित रख पाएगा।

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