कजरी तीज पर व्रत रख महिलाओं ने मांगा अखंड सुहाग
शिवालयों में गूंजे बोल बम के जयकारे शारीरिक दूरी के साथ श्रद्धालुओं ने किया जलाभिषेक

बलरामपुर: पति की लंबी आयु की कामना पूरी करने वाला आस्था का महापर्व कजरी तीज श्रद्धा एवं भक्ति के साथ मनाया गया। हालांकि कोरोना संक्रमण को लेकर शिव मंदिरों में शारीरिक दूरी के साथ श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया।
नगर के झारखंडी मंदिर, धर्मपुर स्थित झारखंडेश्वर महादेव, जंगलीनाथ, हरिहरगंज के रेणुकानाथ, पचपेड़वा के शिवगढ़धाम, उतरौला के दु:खहरण नाथ, पिपलेश्वर महादेव, मौनीदास मंदिरों पर पूजा-अर्चना की। शिवालयों में बोल बम के जयकारे गूंजते रहे। महिलाओं ने निर्जल व्रत रखकर अखंड सुहाग की कामना की। सुरक्षा की दृष्टि से मंदिरों में पुलिस बल तैनात रही।
हरिहरगंज के निकट गिधरैया स्थित पांडवकालीन रेणुकानाथ मंदिर पर कोविड-19 के करण हर साल की अपेक्षा बहुत कम श्रद्धालु पहुंचे। मंदिर के पुजारी बाबूराम गिरि ने बताया कि सभी श्रद्धालुओं को शारीरिक दूरी बनाते हुए जलाभिषेक करवाया गया। निकट स्थित श्रीभोलानाथ आश्रम शिवालय पर श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया।
मंदिर के प्रबंधक योगेंद्र पांडेय ने बताया कि कोविड के चलते इस वर्ष मेले का आयोजन नहीं हो सका। उतरौला के दु:खहरण नाथ मंदिर पर जलाभिषेक करने वाले भोर से ही पहुंचने लगे थे। कोविड गाइडलाइन के चलते मंदिर परिसर में एक बार में सिर्फ एक व्यक्ति को प्रवेश दिया गया। श्रद्धालुओं की भीड़ व प्रतीक्षा के चलते दोपहर बाद तक कतार लगी रही।
शिवगढ़ी मंदिर, मौनी बाबा मंदिर, पंचवटी मंदिर समेत ग्रामीण क्षेत्रों के पेहर, रानीपुर, महुआ बाजार, चमरूपुर, महदेइया के मंदिरों में भी लोगों ने जलाभिषेक किया। ललिया स्थित मोहन बाबा मंदिर के पुजारी लक्ष्मी शास्त्री ने बताया कि शाम तक श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया।
श्रीदत्तगंज के सोमनाथ मंदिर, गुमड़ेश्वर नाथ, सदर ब्लाक के बाबा जंगली नाथ मंदिर में सुबह से भक्तों का तांता लगा रहा। भंडारा के साथ ही खेल-खिलौने व श्रृंगार की दुकानें सजी रहीं। लोगों ने कोविड नियम का पालन करते हुए जलाभिषेक किया। गोंदीपुर प्राचीन शिव मंदिर में भी श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया।
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