बलिदानियों की गौरवगाथा बता मनाएंगे अमृत महोत्सव
देश की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूर्ण होने पर देश भर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ व उ ...और पढ़ें

बलरामपुर :
देश की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूर्ण होने पर देश भर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ व उसके अनुषांगिक संगठनों ने शुक्रवार को अमृत महोत्सव का शुभारंभ किया। 19 से 16 दिसंबर तक नगर से गांव स्तर तक व्यापक रूप से कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। सभी नौ ब्लाकों में शुक्रवार को तिरंगा यात्रा निकाली गई। यह यात्रा गांव-गांव जाएगी।
जिला मुख्यालय पर सरस्वती शिशु मंदिर रमनापार्क में आयोजित कार्यक्रम में आजादी के वीर सपूतों को याद किया गया। सीमा जागरण मंच के जिलाध्यक्ष ओम प्रकाश मिश्र व डा. राकेश चंद्र श्रीवास्तव ने अमृत महोत्सव की रूप रेखा बताई। गणेश, सौम्य अग्रवाल, परवीन सिंह बिल्लू ने अपनी बात कही।
उतरौला नगर में खाकीदास मंदिर में स्वाधीनता संग्राम के नायकों के स्मरण में दीप व महापुरुषों के चित्र पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम की शुरूआत की। सह जिला संघ चालक अभिमन्यु ने अपने संबोधन में कहा कि वास्तविक आजादी दिलाने में मंगल पांडेय, रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, चंद्रशेखर आजाद, राम प्रसाद विस्मित, सुभाष चंद्र बोस, सरदार पटेल की भूमिका अहम रही है। आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर हमें इन बलिदानियों के प्रति कृतज्ञता जताने का अवसर मिला है। उसका हम सदुपयोग करें। विहिप के जिलाध्यक्ष सुबीर श्रीवास्तव ने कहा कि आजादी दिलाने वाले इन नायकों के बलिदान के बारे में आने वाली पीढि़यों को बताते रहने की जरूरत है। अमृत महोत्सव के आयोजन का सही उद्देश्य भी यही है कि गांव-गांव तक इनकी अमर गाथाओं से लोग परिचित हों। कार्यक्रम के समापन में भारत माता के पूजन के उपरांत सामूहिक रूप से राष्ट्रगीत (वंदे मातरम) गाया। विश्व हिन्दू परिषद के संगठन मंत्री रूपेश कुमार, आलोक कुमार, दीपक गुप्त, महेश कुमार, उमाशंकर, रामनाथ गुप्त, फणींद्र कुमार, अभिषेक कुमार, ओमप्रकाश समेत अनेक लोग मौजूद रहे।

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