16 करोड़ जमीन के मामले में पहेली बना मोहम्मद अहमद का बयान, छांगुर के करीबी बेचैन
बलरामपुर में, एटीएस ने मतांतरण और राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल जलालुद्दीन उर्फ छांगुर के सहयोगियों पर शिकंजा कसा है। पुणे की 16 करोड़ की जमीन के मामले में छांगुर के करीबी मोहम्मद अहमद को लखनऊ तलब किया गया, पर उसके बयान की पुष्टि नहीं हुई है। छांगुर के काले कारनामों में मोहम्मद अहमद की भूमिका संदिग्ध है, और एटीएस मामले की गहराई से जांच कर रही है।

अमित श्रीवास्तव, बलरामपुर। मतांतरण और राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के जरिए काले साम्राज्य का संचालन करने वाले जलालुद्दीन उर्फ छांगुर के करीबियों पर शिकंजा कसने के लिए आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने जांच तेज कर दी है।
पुणे की 16 करोड़ की जमीन में छांगुर व नवीन रोहरा के साथ हिस्सेदार मोहम्मद अहमद को यूपी एटीएस ने सोमवार को लखनऊ कार्यालय तलब किया था। मोहम्मद अहमद के करीबी महाराष्ट्र से उसके लखनऊ आने की तो बात कह रहे हैंं, लेकिन उसके बयान देने के लिए पहुंचने की पुष्टि नहीं कर रहे हैं।
उतरौला के मधपुर की कोठी से छांगुर मतांतरण का गिरोह चलाता था। यह कोठी छांगुर की करीबी नीतू रोहरा की है। छांगुर, नवीन रोहरा, नीतू, न्यायालय कर्मी राजेश उपाध्याय समेत अन्य की गिरफ्तारी के बाद से मोहम्मद अहमद अपने गांव नयेनगर विशुनपुर में कम दिखे। इनका हालपता म.न. 115/2/6, शिवकृपा कालोनी, कालेवाडी, पिंपरी महाराष्ट्र है।
विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने छांगुर, नवीन रोहरा और नीतू समेत गिरफ्तार अन्य नामजदों के विरुद्ध न्यायालय में चार्जशीट दाखिल कर दिया है। इसके बाद अब एटीएस ने अपनी जांच तेज कर दी है। एटीएस की सक्रियता से छांगुर के सहयोगियों में जिनका नाम एफआइआर में है और पकड़ से दूर हैं, वह सभी लोग सकते में हैं।
मोहम्मद अहमद छांगुर के तमाम काले कारनामों का राजदार और हिस्सेदार माना जाता है। छांगुर द्वारा मतांतरण और राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के जरिए की गई काली कमाई से पुणे में 16 करोड़ रुपये की जमीन खरीदवाने में मोहम्मद अहमद की भूमिका मुख्य है। इस खरीद का बकायदा एक एग्रीमेंट भी तैयार किया गया था।
इसी एग्रीमेंट में गिरफ्तार न्यायालय कर्मी राजेश उपाध्याय की पत्नी को जमीन की बिक्री से आमदनी में हिस्सा देने की बात का भी उल्लेख किया गया है। एग्रीमेंट की सच्चाई जानने के साथ छांगुर, नवीन रोहरा से जुड़े राज का पता लगाने के लिए ही यूपी एटीएस ने मोहम्मद अहमद को 13 अक्टूबर को तलब किया था।
एटीएस मुख्यालय अनौरा लखनऊ मोहम्मद अहमद अपना बयान दर्ज कराने पहुंचा या नहीं, इसकी जानकारी अधिकारी नहीं दे रहे हैं। एटीएस विवेचक एसके सिंह के मोबाइल नंबर पर मोहम्मद अहमद के कार्यालय आने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यह विवेचना का हिस्सा है। क्षमा करें, इस पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकते।
एटीएस के रडार पर अनुबंध पत्र
छांगुर ने लोनावला (तहसील मेवाल, जिला पुणे) के ग्राम कुनेनामा में 16 करोड़ रुपये में जमीन का सौदा किया था। यह जमीन मारुति रामू सेठ, सुंदर भाई और कांती बालू तेवार से अनुबंध पर ली गई थी। अनुबंध में नवीन घनश्याम रोहरा, छांगुर और मोहम्मद अहमद के नाम दर्ज हैं। इसमें बलरामपुर की संगीता देवी का नाम भी शामिल किया गया था, जिसकी जांच भी एटीएस कर रही है।
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