फटे पाइप तो कभी इंजन फेल, डेमू का ये रोज का खेल
बलरामपुर : गोंडा से गोरखपुर जाने वाली ट्रेनों का भले ही समय निश्चित क्यों न हो लेकिन, रेल अधिकारियों
बलरामपुर : गोंडा से गोरखपुर जाने वाली ट्रेनों का भले ही समय निश्चित क्यों न हो लेकिन, रेल अधिकारियों की लापरवाही से यात्रियों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। इस रूट पर चलाई जाने वाली डेमू ट्रेन संख्या 75007 व 08 का पुरसाहाल नहीं है। ट्रेन में शौचालय के दरवाजे टूटे व गंदगी की भरमार रहती है। वैक्यूम पाइप फट जाती है तो कभी इंजन फेल हो जाता है। जिससे दैनिक यात्री अपने गंतव्य पर समय से नहीं पहुंच पाते हैं। रविवार से शुरू हो रहे शक्तिपीठ देवीपाटन मेला में स्पेशल ट्रेन चलाने का दावा रेल महकमा कर रहा है लेकिन, उसे ट्रेनों की बदहाली दूर करने की फुरसत नहीं है।
क्या कहते हैं दैनिक यात्री-शिक्षा विभाग में कार्यरत अमित का कहना है कि एक माह से अधिक समय से गोंडा के सुभागपुर स्टेशन से ट्रेन का संचालन किया जाता है। 40 किलोमीटर दूरी तय करने में डेमू को एक से दो घंटे का समय बीत जाता है। रात में गोंडा जाने वाली डेमू ट्रेन नियत समय से दो घंटे विलंब से झारखंडी पहुंचती है। सुभागपुर स्टेशन पर टैक्सी संचालक पांच किलोमीटर दूरी का किराया 40 से 50 रुपये तक वसूल लेते हैं। इस पर अफसरों का ध्यान नहीं जा रहा है। यात्री सतीश कुमार को पचपेड़वा विमला विक्रम ¨सह डिग्री कॉलेज में परीक्षा देने जाना था। अपने बीमार पति के साथ गोरखपुर दवा कराने जा रही सुनीता परेशान नजर आईं। कहाकि देर से पहुंचने के कारण वापसी में ट्रेन छूट जाएगी।
जिम्मेदार के बोल :
-स्टेशन अधीक्षक तुलसीपुर संजय तिवारी ने बताया डेमू की सफाई व मरम्मत के लिए प्रत्येक शनिवार और रविवार को इसका संचालन नहीं किया जाता है। यात्रियों को किसी प्रकार की समस्या न हो इसके लिए बार-बार घोषणा कर ट्रेन की सही स्थिति की जानकारी दी जाती है।