चंद्रशेखर विश्वविद्यालय को मिलेगी 40 एकड़ जमीन
जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय बसंतपुर शहीद स्मारक परिसर में 22 दिसं
जागरण संवाददाता, बलिया : जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय बसंतपुर शहीद स्मारक परिसर में 22 दिसंबर 2006 को स्थापित हुआ था। विश्वविद्यालय डूब क्षेत्र में स्थित है, इसके चलते हर साल बारिश में चार माह तक विश्वविद्यालय का कार्य प्रभावित हो जाता है। कुलपति की पहल पर शासन से रसड़ा-मऊ मुख्य मार्ग पर स्थित कताई मिल की 40 एकड़ जमीन पर विश्वविद्यालय के दूसरे परिसर का निर्माण कराने की बात चल रही है। राज्यपाल और मुख्यमंत्री तक का विश्वविद्यालय के प्रति सकारात्मक रूख है। शिक्षा जगत के लोग भी मान रहे कि शासन से यदि यह सौगात मिलती है तो उससे विश्वविद्यालय का दायरा बढ़ जाएगा। अभी बलिया के 128 महाविद्यालय हैं संबद्ध
अभी के समय में इस विश्वविद्यालय से संबद्ध एक राजकीय महाविद्यालय, 10 एडेड महाविद्यालय और 117 वित्तविहीन सहित कुल 128 महाविद्यालय संबद्ध हैं। इन महाविद्यालयों में करीब 80 हजार विद्यार्थी हैं।
2019 में किराए के मकान में ले जाना पड़ा था कार्यालय
बसंतपुर शहीद स्मारक परिसर में स्थापित विश्वविद्यालय के कार्यालय को वर्ष 2019 में बसंतपुर गांव में किराए के मकान में ले जाना पड़ा था। भयंकर बारिश की वजह से पूरा परिसर जलमग्न हो गया था। बाढ़ के दिनों में नाव से जाकर कार्यालय से जरूरी कागजात लाने पड़ते हैं।
शासन स्तर पर चल रही जमीन की प्रक्रिया : कुलपति
जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. कल्पलता पांडेय ने कहा कि रसड़ा में दूसरे परिसर के लिए जमीन की प्रक्रिया चल रही है। जो लोग यह समझ रहे कि विश्वविद्यालय स्थानांतरित हो रहा है, वह भ्रमित हैं। ऐसी कुछ भी नहीं होने जा रहा है। विश्वविद्यालय को सौगात के रूप में रसड़ा में यदि यह जमीन मिलती है तो विश्वविद्यालय के दूसरे परिसर का मनचाहा विकास किया जा सकेगा। कार्यालय वर्तमान परिसर में ही सक्रिय रहेगा। रसड़ा में दूसरे परिसर का निर्माण होने से विश्वविद्यालय का दायरा बढ़ जाएगा। छात्राओं की शिक्षा के लिए भी उसका उपयोग किया जा सकेगा।